रतलाम। आलोट विधायक मनोज चावला पर घटना के दस घंटे बाद प्रकरण कैसे दर्ज किया गया जबकि घटना के बाद एसडीएम की उपस्थिती मे सैकडो किसानो को खाद वितरित की गई । साफ है कि कलेक्टर ने दबाव डालकर झुठा प्रकरण दर्ज करवाया । यह आरोप पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने लगाया ।सकलेचा ने कहा कि दोपहर 1 बजे की घटना है और घटना के तत्काल बाद एसडीएम घटनास्थल पर पहुंच चुकी थी । उनसे चर्चा करने के बाद विधायक मनोज चावला घटनास्थल से चले गयेअगर खाद की लुट हुई होती तो एसडीएम प्रकरण दर्ज करा देती । उन्होने प्रकरण दर्ज नही करवाया तो , यह साफ है कि खाद की कोइ लुट नही हुई ।इस घटना के बाद सैकडो किसानो को एसडीएम की उपस्थिती मे नियमानुसार खाद वितरित की गई । क्या खाद की लुट के बाद यह सब संभव था ?कलेक्टर , एसपी रात्रि 8:30 बजे आलोट पहुंचे और दबाव डालकर नकली दस्तावेज तैयार करवाकर रात्रि 11 बजे बाद प्रकरण दर्ज करवाया । जबकि कलेक्टर , एसडीएम को फोन पर निर्देश देकर भी प्रकरण दर्ज करवा सकते थे ।सैलाना नगर पंचायत के अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा को जिताने के लिए कलेक्टर साहब सैलाना के थानेदार और नगर पंचायत अधिकारी पर दबाव डालकर जगदीश पाटीदार पर झूठा प्रकरण दर्ज करवा चुके है ।