जावरा (रतलाम) अंग्रेजी के साथ हिंदी भाषा में मेडिकल की पढ़ाई मप्र सरकार शुरू कर चुकी है। अब स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत गठित महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान ने संस्कृत भाषा में चिकित्सा डिप्लोमा की तैयारी शुरू कर दी है। प्रयोग के तौर पर 52 जिलों में एक-एक स्टूडेंट का चयन कर ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है। सैद्धांतिक पढ़ाई पूरी होने पर अलग-अलग मेडिकल कॉलेज से टाईअप कर वहां प्रेक्टिकल करवाएंगे। संस्कृत में रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम मिशन के तहत यह संस्कृत चिकित्सा डिप्लोमा कोर्स शुरू किया है।
इसमें एलोपैथी, आयुर्वेद, योग और फिजियोथैरेपी चारों की मिश्रित चिकित्सा पद्धति सम्मिलित है। पायलेट प्रोजेक्ट सफल होने पर प्रदेशभर के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में इसकी शुरुआत करेंगे। इंडियल मेडिकल काउंसिल से इसे मान्यता दिलाने की प्रक्रिया भी विभाग ने शुरू कर दी है। यह बात महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान के चेयरमैन भरत बैरागी ने कही।