RATLAM

65 प्रतिशत हादसों का कारण ओवर स्पीड और लापरवाही

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रतलाम जिले में सड़कों का नेटवर्क मजबूत होने से वाहनों की स्पीड़ के साथ हादसों की संख्या भी बढ़ रही है। हाइवे पर वाहन चलाते समय जरूरी सावधानियों को नजर अंदाज करना भी हादसों का बड़ा कारण है।

रतलाम । सड़कों का नेटवर्क मजबूत होने से वाहनों की स्पीड़ के साथ हादसों की संख्या भी बढ़ रही है। हाइवे पर वाहन चलाते समय जरूरी सावधानियों को नजर अंदाज करना भी हादसों का बड़ा कारण है। इसके साथ ही फिटनेस को लेकर वाहन चालक, परिवहन विभाग व ट्रैफिक पुलिस का अमला लापरवाह है। हादसे होने पर वाहनों की फिटनेस जांची जाती है, और कुछ दिन बाद स्थिति जस की तस हो जाती है।

जिले में हर साल एक हजार से ज्यादा सड़क हादसे होते हैं। इनमें 170 से 200 लोग अपनी जान गंवा देते हैं तो करीब 1500 लोग घायल होते हैं। एक जनवरी 2022 से 31 अगस्त 2022 तक 913 दुर्घटनाओं में 100 लोगों की मौत हुई व 581 व्यक्ति घायल हुए हैं। आंकड़ों के हिसाब से इन हादसों में 65 प्रतिशत हादसे तेज गति, शराब पीकर, मोबाइल फोन पर बात करते हुए वाहन चलाने, रांग साइड में वाहन चलाने के कारण हुए हैं।

सबसे ज्यादा हादसे गलत दिशा में वाहन चलाने से

सबसे ज्यादा सड़क हादसे गलत दिशा व तेज गति से होते हैं। 913 सड़क हादसों में से 262 हादसे गलत दिशा में वाहन चलाने व 150 हादसे तेजगति, शराब पीकर वाहन चलाने से 112 व मोबाइल फोन पर बात करते हुए वाहन चलाने से 70 हादसे हुए।

यात्री वाहनों में ओवरलोडिंग पर रोक नहीं

हाइवे पर चलने वाली बसों से लेकर आंतरिक मार्गों पर चलने वाले छोटे वाहनों में जमकर ओवरलोडिंग होती है। जीप, आटो में तो 25 से 27 सवारियों को ढोना आम है। ठीक से बैठने या खड़े रहने की जगह भी इन वाहनों में यात्रियों को नहीं मिल पाती है। इससे किसी गड्ढे या स्पीड ब्रेकर पर जरा सा धक्का लगने पर ही यात्रियों के वाहन से गिरकर घायल होने व मौत की घटनाएं हुई हैं। बड़ा हादसा होने पर परिवहन विभाग, ट्रैफिक पुलिस हरकत में आती है, कुछ दिन जांच के बाद सबकुछ पहले जैसा हो जाता है।

हादसों के कारण, मौत व घायलों पर नजर

कारण      हादसे       मौत      घायल

तेजगति     150        60 1      20

शराब पीकर 112       16       124

रांग साइड 262          21        268

फोन पर बात 070       03        69

अन्य कारण   319        52       287

कुल हादसे 913           152      868

(आंकड़े एक जनवरी से 31 अगस्त तक)

नियमों के विपरीत वाहन चलाने वालों पर चालानी कार्रवाई की जा रही है। स्कूलों, कालेजों व सार्वजनिक स्थलों भी समय-समय पर अभियान चलाकर लोगों को शराब पीकर व, तेज गति से लापरवाहीपूर्वक वाहन नहीं चलाने की समझाइश दी जाती है।

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