गोल्ड पार्क के लिए अतिक्रमण हटाने के बाद शेड लगाकर पूरा परिसर बंद कर दिया गया है। इसमें निगम का गांधी उद्यान भी आ गया है। अब उद्यान में आने-जाने के लिए कोई रास्ता नहीं होने से लोगों में नाराजगी है।
रतलाम। नगर निगम के सामने की जमीन पर प्रस्तावित गोल्ड पार्क के लिए अतिक्रमण हटाने के बाद शेड लगाकर पूरा परिसर बंद कर दिया गया है। इसमें निगम का गांधी उद्यान भी आ गया है। अब उद्यान में आने-जाने के लिए कोई रास्ता नहीं होने से लोगों में नाराजगी है। कांग्रेस ने दो दिन में उद्यान नहीं खोलने पर 24 नवंबर को धरने की चेतावनी दी है। निगम द्वारा गांधी उद्यान में कुछ माह पूर्व ही लाखों रुपये खर्च कर बैठने के लिए बेंच, बाउड्रीवाल व अन्य कार्य कराए गए हैं। अब उद्यान को बंद करने से सवाल खड़े हो रहे हैं। खास बात यह भी हैै कि उद्यान में स्थित गांधी प्रतिमा भी शेड के पीछे आ गई है।
कब्जे के विरोध में धरना देगी कांग्रेस
इस मामले को लेकर शहर कांग्रेस की बैठक हुई। इसमें बताया गया कि गोल्ड पार्क के नाम से शहर विकास के सपने दिखाकर शहर के दुकानदारों को बेरोजगार किया जा रहा है। रहवासियों को बेघर किया जा रहा है। साथ ही नागरिकों की सुविधाओं को भी छीना जा रहा है। बरसों से नगर निगम के स्वामित्व में रहे गांधी उद्यान व राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा रतलाम की धरोहर है, जिसे निर्माण एजेंसी ने पतरे लगाकर अपने कब्जे में ले लिया है। कांग्रेस ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी है दो दिन के भीतर अगर पार्क आम लोगों के लिए नहीं खोला गया तो 24 नवंबर को प्रातः 11 बजे गांधीजी की प्रतिमा के बाहर धरना दिया जाएगा।
बैठक में शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, निगम प्रतिपक्ष नेता शांतिलाल वर्मा, यास्मीन शेरानी, जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष मयंक जाट, रजनीकांत व्यास, राजीव रावत, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष कमरुद्दीन कछवाय, बसंत पंड्या, विजयसिंह चौहान, महिला कांग्रेस अध्यक्ष कुसुम चाहर, पार्षद वहीद शेरानी, पूर्व पार्षद चंद्रप्रकाश पुरोहित ने विचार रखे। शांतिलाल गवली, प्रदीप राठौड़, वीरपालसिंह, पार्षद कविता महावर, नीलोफर खान, मंजूबाला गुर्जर, रमेश शर्मा, विद्या शर्मा, जितेंद्र पड़ियार मिर्ची, विजय उपाध्याय, हरविंदरसिंह नांद्रा, शाकिर खान, इक्का बैलूत, नजमा बैलूत, वीरेंद्रप्रतापसिंह, रजिया मंसूरी, हिना शेख, गोलू डेनियल सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।