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भारतीय संविधान एवं राजव्यवस्था विषय पर सेमिनार:जावरा शासकीय कॉलेज में आयोजन, प्रोफेसर ने कहा- डॉ. अंबेडकर का योगदान भुला नहीं सकते

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जावरा ~~जावरा के भगत सिंह शासकीय महाविद्यालय में राजनीति विज्ञान विभाग ने ‘भारतीय संविधान एवं राजव्यवस्था’ विषय पर व्याख्यानमाला का आयोजन किया। मुख्य वक्ता शासकीय स्नातकोत्तर कॉलेज धार की प्रोफेसर प्रतीक्षा पाठक ने कहा कि विश्व के विभिन्न संविधान का अध्ययन करके भारतीय जनमानस की भावनाओं के अनुरूप संविधान का निर्माण किया।

संविधान की प्रारूप समिति का वर्णन करते हुए बताया कि प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर और अन्य सदस्यों ने संविधान के निर्माण में जो योगदान दिया उसको कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने बताया कि भारत का संविधान विश्व का सबसे विस्तृत संविधान है। संविधान की विशेषताओं का वर्णन करते हुए आपने विश्व के विभिन्न संविधान की उत्कृष्ट विशेषताओं को संविधान द्वारा अंगीकार करने की प्रक्रिया पर भी प्रकाश डाला।

संविधान के आपात उपबंध उसकी अनुसूचियां अनुच्छेद एवं संविधान संशोधन की प्रक्रिया पर भी आपने विस्तार से अपने विचार प्रस्तुत किए। व्यवस्थापिका कार्यपालिका एवं न्यायपालिका के कार्यों की समीक्षात्मक विवेचना भी की। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रतिनिधि डॉ विद्या तिवारी ने संविधान के निर्माण और उसके आधार पर राज व्यवस्था के संचालन प्रक्रिया पर अपने विचार प्रस्तुत किए।

इस अवसर पर प्रोफेसर रश्मि पवार, डॉ. आभा सक्सेना, डॉ. मंजुला अलांसे, डॉ. शबाना निखत अंसारी, डॉ. संगीता जटिया, प्रोफेसर रमेश वसुनिया डॉ. प्रीति वर्मा, डॉ. सरिता बेरवा, डॉ. समता मेहता, लवकुश पाटीदार उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. शानो खान ने किया। आभार डॉ. दुष्यंत भदोरिया ने माना।

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