रतलाम~~मेडिकल कॉलेज में शनिवार को ऑपरेशन थिएटर का उद्घाटन हो गया। लेकिन, अभी कॉलेज की ओटी लगातार ऑपरेशन करने की हालत में नहीं है। जी हां, ओटी में यदि ऑपरेशन होता है, तो इसे संक्रमण मुक्त करने के लिए हर महीने 7 लाख रुपए का खर्च चाहिए, जिसका फंड ही अभी कॉलेज को नहीं मिला है।
मेडिकल कॉलेज का अस्पताल बनकर तैयार है। कॉलेज में अभी ओपीडी और आईपीडी की शुरुआत हाे चुकी है। मॉड्यूलर ओटी भी बन चुकी है। शनिवार को कॉलेज के लेबर रूम ओटी की पूजा की गई। ऑपरेशन के लिए इंतजार ही करना होगा। दरअसल, ऐसा इसलिए क्योंकि, सीएसएसडी किट अभी कॉलेज के पास नहीं है। कॉलेज प्रबंधन ने ऑटोनोमस फंड से 2 लाख रुपए की किट का आर्डर किया है, लेकिन ये पर्याप्त नहीं है। प्रतिमाह इसके लिए 7 लाख रुपए तक के खर्च की जरूरत है। इतना फंड अभी कॉलेज के पास भी नहीं है। सालाना करीब 50 लाख रुपए की जरूरत है।
ब्लड बैंक का इंस्टाॅलेशन 10 दिन में पूरा कर लिया जाएगा
कॉलेज की ओटी की शुरुआत के लिए दूसरी जरूरत ब्लड बैंक की है। ब्लड बैंक भी अभी अधूरा ही है। अभी इंस्टाॅलेशन हो रहा है, जोकि 10 दिन में पूरा हो जाएगा। इसके बाद लाइसेंस के लिए अप्लाय किया जाएगा। अधिकारियों का दावा है कि 1 महीने में लाइसेंस मिल जाएगा। लेकिन, यह प्रक्रिया लंबी है।
नेत्र बैंक में अभी माइक्रोस्कोप आना बाकी है
कॉलेज में अभी आई बैंक की शुरुआत भी नहीं हो सकी है। यह प्रोजेक्ट भी लंबे समय से चल रहा है। लेकिन, इसमें भी पूरे उपकरण नहीं आए हैं। माइक्रोस्कोप आना अभी बाकी है। इधर, कॉलेज में पोस्टमार्टम रूम को शुरू करने की तैयारी की जा रही है। दो से तीन दिन में यह शुरू हो सकता है, अभी जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम हो रहे हैं, लेकिन वहां नया भवन बनना है, ऐसे में पोस्टमार्टम रूम कॉलेज में शिफ्ट हो रहा है।
स्वीकृति लेने भोपाल जा रहा हूं सीएसएसडी के सालाना बजट के लिए भोपाल जा रहा हूं। इसके अलावा भी कुछ मुद्दों पर स्वीकृति लेना है। ओटी तैयार है, तात्कालिक रूप से 2 लाख का आर्डर ऑटोनोमस फंड से किया है। सीएसएसडी की किट आने की तैयारी है।-डॉ. जितेंद्र गुप्ता, डीन, मेडिकल कॉलेज