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जिला जेल में स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर 133 बंदियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर आयुर्वेदिक औषधियों का वितरण किया

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धार, 26 नवंबर 2022/ वर्तमान जीवन शैली एवं पर्यावरण में हो रहे बदलाव के अनुसार भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद एवं योग का महत्त्व और भी बढ़ गया है। यदि दीर्घायु एवं स्वस्थ जीवन को बनाए रखना है तो हमें दैनिक जीवन में आयुर्वेद एवं योग को शामिल करना ही होगा। उक्त बातें जिला जेल में अधीक्षक आरआर डांगी ने एक दिवसीय आयुर्वेदिक स्वास्थ्य शिविर के आयोजन पर कही। उप अधीक्षक श्याम वर्मा ने कहा कोरोना काल के बाद आयुर्वेद का महत्व और भी बढ़ गया है। शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाने एवं बनाए रखने के लिए आयुर्वेद के नियमों का पालन अत्यंत आवश्यक है , इसीलिए जिला जेल में नियमित रूप से सुबह योग का आयोजन किया जाता है।पंचकर्म विशेषज्ञ डॉ नरेश वागुल ने कहा दैनिक जीवन मैं आयुर्वेद एवं योग अपनाकर हम स्वस्थ जीवन का लाभ उठा सकते हैं एवं दवाइयों के अनावश्यक उपयोग से बच सकते हैं। आरएमओ डॉ अतुल तोमर ने कहा संपूर्ण स्वास्थ्य में शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक एवं सामाजिक स्वास्थ्य भी शामिल है जिसे आयुर्वेदिक दिनचर्या एवं ऋतुचर्या के अनुसार जीवनशैली अपनाकर प्राप्त किया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि आयुष विभाग द्वारा जिला आयुर्वेद चिकित्सालय एवं शासकीय आयुर्वेद औषधालय नालछा दरवाजा के संयुक्त तत्वाधान में जिला आयुष अधिकारी डॉ मुवेल के निर्देशानुसार आयोजित किया गया। स्वास्थ्य शिविर में 133 बंदियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर आयुर्वेदिक औषधियों का वितरण किया गया। स्वास्थ्य शिविर के सफल संचालन के लिए आयुष विभाग के योग प्रशिक्षक नेहा वाजपई, कंपाउंडर बाबूलाल चौहान एवं राम सिंह बामनिया एवं सहायक सिक्कम डावर एवं सचिन खोड़े एवं जिला जेल के स्टाफ का सहयोग रहा।

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