जावरा~~जावरा में नगर पालिका सम्मेलन में नगर सरकार अकेली पड़ गई। सोमवार को हुए सम्मेलन में विपक्षी भाजपा का एक भी पार्षद इसमें शामिल नहीं हुआ।
जावरा नगर पालिका में अभी कांग्रेस की परिषद है, और नवीन परिषद गठन होने के बाद यह दूसरा सम्मेलन है और इसमें ही सोमवार को कांग्रेस की सत्ता पक्ष अकेली दिखाई दी। भाजपा के विपक्षी पार्षदों ने सीएमओ को पत्र लिखकर इसकी तारीख आगे बढ़ाने की मांग की थी। वह नहीं हो पाया तो कोई भी सोमवार को इस सम्मेलन में शामिल नहीं हुए। सम्मेलन में अनेक मुद्दे रखे थे। अध्यक्ष अनम युसूफ कडपा उपाध्यक्ष सुशील कोचट्टा की उपस्थिति में नामांतरण पुष्टि करवाने को लेकर पार्षद निज़ाम काजी ने विरोध किया। उन्होंने कहा कि केवल कुछ काॅलाेनियों में नामांतरण किए जा रहे। जब समिति ने कर दिए तो उनकी पुष्टि सम्मेलन में क्यों करवा रहे। इसे लेकर बहस भी हुई।
इधर विपक्षी भाजपा पार्षद सीएमओ को पत्र लिखकर सम्मेलन में आए ही नहीं। नेता प्रतिपक्ष रानी पवन सोनी ने बताया सम्मेलन की सूचना नियमानुसार 7 दिन पहले देना थी जो नहीं दी। इन दिनों शादियों का सीजन चल रहा हैं। अधिकांश पार्षद बाहर हैं। हमने पत्र लिखकर सम्मेलन आगे बढ़ाने की मांग की थी। इसलिए कोई नहीं आया।