रतलाम~~शहर और इससे सटे 11 गांवों में धड़ल्ले से अवैध कॉलोनियां काटकर धोखेबाजी से छोटे-बड़े प्लॉट बेचने का धंधा चल रहा है। अभी तक ऐसी 27.4675 हेक्टेयर जमीन का खुलासा हुआ है। सारी जमीन खेती की है, जिनमें अवैध रूप से छोटे-बड़े प्लॉट काटकर बेचे जा रहे हैं भूमाफियाओं की हिम्मत देखिए कि इसके लिए उन्होंने न तो कॉलोनी एक्ट और न ही रेरा के नियमों का पालन किया। न टीएंडसीपी से नक्शा पास करवाया और न ही नगर निगम विकास से अनुमति लेने की जुर्रत की।
इतना ही नहीं भाव बढ़ाने के लिए भूमाफियाओं ने खेत में ही बिना परमिशन लिए अवैध तौर पर सीसी रोड और बाउंड्रीवाल भी बना डाली है। जांच में जमींदारों की धोखेबाजी पकड़ में आने के बाद रजिस्ट्री पर रोक लगा दी गई है। कॉलोनी सेल द्वारा जारी नोटिस का जवाब आने के बाद सभी अवैध निर्माण को तोड़ा जाएगा। कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने बताया अवैध कॉलोनियों को डेवलप करने वालों के खिलाफ जांच और कार्रवाई लगातार चलेगी। अवैध निर्माण तोड़ने के साथ जमीन मालिकों पर एफआईआर भी दर्ज करवाई जाएगी।
सागोद रोड जैन मंदिर के पीछे वाले कॉटेज कॉलोनी पर हाथ नहीं डाल पा रहे अफसर
अवैध प्लॉटिंग के मामले में विरियाखेड़ी, करमदी, बंजली और खेतलपुर में जमीनों का बड़ा खेल चल रहा है। विरियाखेड़ी क्षेत्र स्थित सागोद रोड पर जयंतसेन धाम जैन मंदिर के पीछे वाली कॉटेज कॉलोनी पर अफसर सालभर बाद भी कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए हैं। बिना अनुमति सीसी सड़क बनाने पर अक्टूबर 2021 में कॉलोनी सेल ने मेसर्स पार्श्वनाथ डेवलपर्स के भागीदारों को नोटिस जारी किया था। इसके बाद से कार्रवाई ठप पड़ी है। इसके बाद बंजली, करमदी और खेतलपुर में सबसे ज्यादा अवैध कॉलोनियों काट कर प्लॉट बेचे जा रहे हैं।
बंजली बायपास की सभी कॉलोनियों की जानकारी कलेक्टर को नहीं दी
कलेक्टर के सख्त निर्देश के बावजूद राजस्व विभाग ने बंजली बायपास की जमीनों की ठीक से पड़ताल नहीं की। जांच रिपोर्ट में तीन सर्वे नंबर हैं, लेकिन रेलवे फाटक के आसपास कट रही अवैध कॉलोनियों को इसमें शामिल नहीं किया है। इससे इलाके के पटवारियों की भूमिका शंका के घेरे में है। इसकी जानकारी भी कलेक्टर तक पहुंच गई है। गड़बड़ निकलने पर पटवारियों पर एक्शन लिया जा सकता है।