RATLAM

रिश्वत का खेल : श्रमिक की मौत हो गई, मुआवजा राशि देने मांगे 20 हजार

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शिकायत के बाद जनपद ने शुरू की जांच: दबाव इतना की जिससे रुपए मांगे, उसने कह दिया कार्रवाई नहीं चाहती

रतलाम. रतलाम जनपद अंतर्गत सेजावता गांव में एक श्रमिक प्रकाश पोरवाल की मौत कोरोना काल के दौरान हो गई। मृतक का संबल कार्ड बना हुआ था तो परिवार को दो लाख रुपए मंजूर किए गए, अब उसमे 20 हजार रुपए रिश्वत की मांग की गई, इसका ऑडियो अब जमकर वायरल हो रहा है। जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रामपाल करजरे ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए। बयान देने आई मृतक की पत्नी पर दबाव इतना की बयान में रुपए मांगने की बात तो कही, लेकिन साथ में कह दिया कि कार्रवाई नहीं चाहते। इस मामले में आरोप है कि ऑडियो वायरल करने वाले को सहायक सचिव ललीत उपाध्याय के करीबी धमकी दे रहे है, जिसकी शिकायत भी पुलिस में लिखित में की गई है।
पोरवाल की मृत्यु 2020-2021 में अप्रेल माह में हुई थी। पोरवाल श्रमिक था व संबल कार्ड बना हुआ था। इसलिए शासन ने 2 लाख रुपए की सहायत राशि दी। इसको खाते में डालने के नाम पर ही सहायक सचिव रुपए मांग रहा। वायरल ऑडियो के अनुसार सहायक सचिव ये भी कह रहा है कि उसको रुपए नहीं चाहिए, बड़े साहब लोगों को देने है।
अन्य से भी मांगे रुपएसहायक सचिव के रुपए मांगने का एक अन्य वायरल ऑडियो भी सामने आया है। इसमे मोहन भांभी नाम के व्यक्ति से प्रधानमंत्री आवास योजना में मंजूर हुई किश्त की राशि देने के नाम पर तीन हजार रुपए मांगे जा रहे है। स्वयं भांभी ने भी इस बात को स्वीकार किया है।
यहां हुई पुलिस को शिकायतइधर पूरे मामले को उजागर करने वाले लखन धाकड़ को जान से मारने की धमकी मिल रही है। इस मामले में लखन ने पुलिस थाने में आवेदन देकर अभिषेक उपाध्याय के खिलाफ शिकायत की है। इसमे लिखा है कि सहायक सचिव ने रिश्वत मांगी और इसकी रिकार्डिंग उजाकर की तो वाट्सएप करके धमकी दी जा रही है।

पूरे मामले में लिखित में शिकायत प्राप्त हुई थी। इसकी जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट मिल गई है, अध्ययन के बाद नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

– रामपाल करजरे, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, रतलाम जनपद

कोई अपराध नहीं कियामेरे उपर लगे आरोप गलत है। विभागीय स्तर पर जांच के बाद सही – गलत का निर्णय हो जाएगा।

– ललीत उपाध्याय, सहायक सचिव, ग्रापं सेजावता

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