RATLAM

रतलाम की सर्किल जेल में बंद डा. आनंद राय को केंद्रीय जेल सागर भेजा

Published

on

भाजपा सांसद गुमानसिंह डामोर व रतलाम ग्रामीण के विधायक दिलीप मकवाना का घेराव करने के दौरान हुई झूमाझटकी व पत्थरबाजी के मामले में जेल में बंद डा. आनंद राय निवासी इंदौर को जेल प्रशासन ने शनिवार को स्थानीय सर्किल जेल से केंद्रीय जेल सागर शिफ्ट कर दिया।

रतलाम  भाजपा सांसद गुमानसिंह डामोर व रतलाम ग्रामीण के विधायक दिलीप मकवाना का घेराव करने के दौरान हुई झूमाझटकी व पत्थरबाजी के मामले में जेल में बंद आरटीआई एक्टिविस्ट आनंद राय निवासी इंदौर को जेल प्रशासन ने शनिवार को स्थानीय सर्किल जेल से केंद्रीय जेल सागर शिफ्ट कर दिया। जेल प्रशासन ने इसे प्रशासनिक आधार पर सागर स्थानांतरित करना बताया है।उल्लेखनीय है कि 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस पर बिलपांक थाना क्षेत्र के ग्राम बड़छापरा में आयोजित जननायक बिरसा मुंडा की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में शामिल होकर सांसद डामोर व विधायक मकवाना रतलाम लौट रहे थे। तभी ग्राम धराड़ में जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) संगठन के कार्यकर्ताओं ने सांसद व विधायक के काफिले का रतलाम में निवेश क्षेत्र का विरोध करते हुए घेराव कर दिया था। घेराव व नारेबाजी के दौरान झूमाझटकी की स्थिति बन गई थी व कुछ लोगों ने पत्थर-बोतल फेंकी थी। कलेक्टर के गनमैन संदीप चंदेल को चोट आई थी। पुलिस ने विभिन्न धाराओं में प्रदर्शन कर जयस के प्रदेश संरक्षक डा. अभय ओहरी, आरटीआई एस्टीविस्ट डा. आनंद राय, अनिल निनामा, विलेष खराड़ी व गोपाल वाघेला को गिरफ्तार कर 16 नवंबर को न्यायालय में पेश किया था। न्यायालय ने पांचों आरोपितों को जेल भेज दिया था। दूसरे दिन जेल में डा. ओहरी को तबीयत बिगड़ने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। तीन दिन पहले उन्हें इंदौर रेफर किया गया। इधर. डा. राय को शनिवार पुलिस बल के साथ केंद्रीय जेल सागर भेजा गया।

पूर्व विधायक ने सागर स्थानांतरित करने की आलोचना की
कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने बयान जारी कर डा. राय को सागर स्थानांतरित करने की आलोचना करते हुए प्रशासन पर दुर्भावना से काम करने का आरोप लगाया है। सकलेचा ने कहा कि भाजपा के इशारों पर प्रशासन जेल में निरुद्ध विचाराधीन राजनैतिक कैदी (जयस नेताओं) से आतंकवादियों की तरह व्यवहार कर रहा है। 18 दिन से बंद जयस नेताओं को किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है। सैलाना विधायक हर्षविजय गेहलोत ने जेल अधिकारी को जयस नेताओं से मिलने के लिए फोन किया तो जेल मेनुअल के विपरीत उन्हें मिलने से मना कर दिया।
केंद्रीय जेल जहां गंभीर प्रकृति के सजायाफ्ता अपराधी है, वहां भेजकर मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है। प्रशासन के माध्यम से जेल मेन्युअल के विपरीत व्यवहार करना भाजपा की दूषित मानसिकता का प्रतीक है। प्रशासन लगातार उनके साथ दुर्भावना से काम करते हुए कोशिश कर रहा है कि किसी भी तरह जयस नेताओं की जमानत न हो। नेताओं को विचाराधीन बंदी के स्थान पर सजायाफ्ता कैदियों के साथ रखा जा रहा है। सर्दी के मौसम में भी उन्हें उचित साधन उपलब्ध नहीं कराए जा रहे है।भाजपा के इशारों पर अलोकतांत्रिक तरीके से, राजनैतिक दुर्भावना से ग्रसित होकर, समाज के एक बड़े तबकते के सात इस तरह का छल कपट का व्यवहार प्रजातंत्र के लिए घातक है।

सभी को मिलने दिया जा रहा है

जेल में सभी बंदियों को परिवार व परिचितों से नियमानुसार मिलने दिया जा रहा है। विधायक हर्षविजय गेहलोत को भी मना नहीं किया। नियमानुसार सभी सुविधाएं दी जा रही है। डा. राय की पत्नी व मां शुक्रवार को मिलकर गए है। डा. राय को प्रशासनिक आधार पर सागर व डा. ओहरी को इलाज के लिए जिला अस्पताल से इंदौर रेफर किया है। – लक्ष्मणसिंह भदौरिया, अधीक्षक सर्किल जेल

Trending