रतलाम. विधानसभा चुनाव से पहले आई भाजपा की आंतरिक सर्वे रिपोर्ट में दो विधायकों के परफॉर्मेंस को कमजोर बताया गया है। रतलाम रेंज में रतलाम, मंदसौर और नीमच में मिलाकर कुल 12 विधानसभा सीट हैं। इनमे पार्टी विधायकों के परफॉर्मेंस को लचर बताया गया है।पार्टी ने अब अपने अनुषांगिक संगठन के कार्यकर्ताओं के जरिए सर्वे शुरू करवाया है। रतलाम जिले में पांच विधानसभा सीट पर भाजपा अपने ही कार्यकर्ताओं से सर्वे करा रही है। इन सबसे हटकर वनवासी कल्याण परिषद, आरएसएस के जरिए भी पार्टी ने सर्वे किया है। पूर्व की रिपोर्ट कई विधायकों की सीट खतरे में बताई गई थी। इसके चलते पार्टी ने नया सर्वे कार्यकर्ताओं के जरिए शुरू करवाया है। सर्वे में जिले के तीन विधायकों के कामकाज की जानकारी ली जा रही है।
इस तरह हो रहा सर्वे
पार्टी ने वनवासी कल्याण परिषद को सर्वे की जिम्मेदारी दी थी। परिषद के कार्यकर्ता स्थानीय नागरिकों से किसी भी चौराहे, गली, सड़क से लेकर दुकान व आवासों में जाकर विधायक के बारे में चर्चा शुरू कर देते हैं। आमजन यदि विधायक के पक्ष में बोलें तो कार्य बेहतर। पसंद न हो तो लोगों के खिलाफ बोलने पर नापसंद की राय बनाई जा रही है।
ऐसे होगा टिकट का वितरणपार्टी पदाधिकारियों के अनुसार चुनाव पूर्व गुजरात से भी सर्वे के लिए पदाधिकारी आएंगे। 2013 व 2018 में बड़ी संख्या में गुजरात से आए पदाधिकारियों के सर्वे के आधार पर टिकट वितरण हुआ था। ये दावा आज भी किया जाता है। ऐसे में हर माह अलग-अलग लोगों व ऐजेंसियों से सर्वे कार्य कराया जाएगा। अंतिम सर्वे गुजरात के नेता करेंगे। सभी प्रकार के सर्वे के बाद ही पार्टी अंतिम निर्णय लेगी।
ये अंतिम समय तक चलेगा
भाजपा जिलाध्यक्ष राजेंद्र सिंह लुनेरा के अनुसार चुनावी वर्ष में अंतिम समय तक सर्वे चलता है। विभिन्न विषय शामिल रहते हैं। कई बार तो इस प्रकार के सर्वे में घोषणा पत्र में जोड़ने लायक मुद्दे भी सामने आते हैं। सर्वे अंतिम समय तक चलेगा। ये आंतरिक होता है, इसलिए किसके बारे में रिपोर्ट कार्ड में क्या आया, ये नहीं बताया जाता।