RATLAM

ये है देश की पावन धरा…होगा 69वां महारूद्र यज्ञ

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रतलाम। त्रिवेणी के पावन तट पर जहां एक ओर धर्म और ज्ञान की सरिता बहेगी। यज्ञ शाला में 69 वर्षों से महारूद्र यज्ञ अनवरत जारी है। इस साल 13 दिसंबर को चौमुखा महादेव मंदिर पर सुबह 9 बजे अभिषेक कर यज्ञ की शुरुआत की जाएगी। 14 दिसंबर को त्रिवेणी तट पर ध्वज वंदन संत-महात्माओं और अतिथियों के सान्निध्य में होगा। यज्ञ की पूर्णाहुति 24 दिसंबर की दोपहर 3 बजे की जाएगी। इस मध्य हर शाम 5 बजे नित्य आरती की जाएगी। अन्नक्षेत्र में निराश्रितों को भोजन प्रसादी का लाभ मिलेगा।

हर दिन होगी भजन संध्या

श्रीसनातन धर्म सभा एवं महारूद्र यज्ञ समिति के तत्वावधान में होने वाले 69वें महारूद्र यज्ञ को लेकर बुधवार दोपहर यज्ञ स्थल पर त्रिवेणी में बैठक रखी गई। बैठक में व्यवस्थाओं के संबंध में पदाधिकारियों ने चर्चा की। आयोजकों के अनुसार इस साल हर शाम भजन संध्या और सुंदरकांड का आयोजन रखा गया है। खाटूश्याम, कबीरदासजी, स्कॉन मंदिर के साधकों के साथ महिलाओं के भजन भी रात्रि में होंगे। हर दिन अलग-अलग मंडली भजनों की प्रस्तुति देंगी।

इन संतों का मिलेगा सान्निध्य
महारूद्र के दौरान त्रिवेणी के पावन तट महामंडलेश्वर शैलेंद्रानंदगिरी महाराज उज्जैन, स्वामी डॉ. नारायणचेतन्य ब्रह्मचारी मथुरा से आएंगे। इसके साथ महाराज आत्मानंद सरस्वती कांचीपुरम के सान्निध्य में महारूद्र की शुरुआत होगी।
यह होंगे प्रमुख आयोजनमहारूद्र यज्ञ- 13 से 23 दिसम्बर तक

अभिषेक- 13 दिसंबर को चौमुखा महादेव अगरजी मंदिर पर
ध्वज वंदन अग्निप्रवेश- 14 दिसंबर सुबह 10.30 बजे
रथ यात्रा- 22 दिसंबर शाम 4 बजे ।
गंगाजल यात्रा- 23 दिसंबर दोपहर 2 बजे ।
पूर्णाहुति- 24 दिसंबर दोपहर 3 बजे ।

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