जेंडर आधारित हिंसा व भेदभाव के विरुद्ध जारी अभियान के तहत कार्यशाला का आयोजन
रतलाम / म.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत संचालित स्वयं सहायता समूहों के परिसंघां की जेंडर आधारित हिंसा व भेदभाव के विरुद्ध जारी अभियान के तहत जिला पंचायत सभाग्रह में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में लेंगिक हिंसा व भेदभाव के विरुद्ध विस्तार से चर्चा कर प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस अवसर पर समूहों के परिसंघां की 50 से अधिक सदस्यों ने प्रतिभागिता की।
कार्य शाला में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती जमुना भिडे द्वारा जेंडर समानता, भेदभाव के विरुद्ध होने वाली गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा आर्थिक रूप से सशक्त होकर कार्य करने हेतु प्रेरित किया। श्रीमती भिडे ने आव्हान किया कि समूह से जुडी से दीदी को लखपति श्रेणी में सम्मिलित होकर स्वयं एवं परिवार की आजिविका की वृद्धि करना।
जिला विधिक प्राधिकरण न्यायधीश श्री अरुण श्रीवास्तव द्वारा भी प्रतिभागियों को महिला हिंसा व महिला अधिकारों के प्रति जागरूक किया। महिला एवं बाल विकास विभाग की वन स्टॉप सेंटर संचालिका श्रीमती मिश्रा द्वारा भी महिला अधिकारों एवं उनसे जुड़े कानूनों के बारे में समूह सदस्यों को जानकारी दी गई।
जिला परियोजना प्रबधक श्री हिमांशु शुक्ला ने बताया कि जिले में कुल 60 हजार महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुडी हुए हैं। 25 नवम्बर को महामहिम राष्ट्रपति महोदया द्वारा लिंग आधारित हिंसा के विरुद्ध राष्ट्रिय अभियान देश में प्रारम्भ किया गया है, इसी अभियान के तहत जिले में भी जागरूकता बढ़ने हेतु अभियान चलाया जा रहा है जिसमे कार्यशाला, समूह, ग्राम संगठन की आमसभा एवं बैठकों के माध्यम से जिले में लिंग आधारित हिंसा के विरुद्ध जागरूकता बढ़ने हेतु कार्य किया जा रहा है।