आलोट~~चंबल नदी पर बना डैम जर्जर होने लगा है। डैम की दीवार मे कई स्थान पर हल्की दरारें आ गई है। इनमें से लगातार पानी भी रिस रहा है, तो कुछ जगह मटेरियल उखड कर सरिए बाहर दिखने लगे हैं। यह स्थिति आलोट से 22 किलोमीटर एवं ग्राम मौरिया से चार किलोमीटर दूर स्थित चंबल नदी में बने स्टॉप डैम की है। हालांकि डैम के लगभग दो किलोमीटर क्षेत्र में भरपूर पानी भरा है।
क्षेत्र का सिंचित रकबा बढाने के उद्देश्य से करीब 15 करोड़ से डैम का निर्माण किया गया है। जल संसाधन विभाग की देखरेख में स्टाॅपडेम की ऊंचाई 5 मीटर एवं 361 मीटर लंबा है।इस डैम से पांच गांव के लगभग 1100 किसानों की 810 हेक्टेयर भूमि सिंचित होती है।
पांच साल पहले कराया निर्माण
ग्राम पंचायत मौरिया के सरपंच प्रतिनिधि पर्वतसिंह गुर्जर एवं पप्पुसिंह, तेजसिंह पटेल, देवीलाल लौहार, प्रहलाद गिरी गोस्वामी, बालूगिरी, रमेशपुरी गोस्वामी, शिवुपुरी गोस्वामी ने बताया कि करीब पांच वर्ष पूर्व शिपावरा नदी संगम के पास चंबल नदी पर डैम का निर्माण किया गया है। डैम के पानी से नदी किनारे एवं दूर के गांव निपानिया ताल, शिपावरा, ईस्माइलगंज आदि गांव की लगभग चार हजार बीघा कृषि भूमि की सिंचाई कार्य चल रहा है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से डैम की दीवार मे कई जगह दरारें आ गई हैं। कुछ स्थान का सीमेंट मटेरियल उखड़ गया है। सरिए बाहर निकल आए हैं।