RATLAM

महापुरुष सभी के होते हैं, उनको धर्म अथवा समाज में नहीं बांटे, एक होकर करें राष्ट्र उत्थान के कार्य

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सामाजिक सद्भाव की बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक विजेन्द्र गोठी ने कहा~~ 22 जाति बिरादरी समाज प्रमुख शामिल हुए बैठक में~~उज्जैन के कार्तिक मेले में हुई हत्या की निंदा करते हुए बात की ज्ञापन देने की

रतलाम, । आज हम अलग अलग जातियों में बटे हुए हैं। हम सब एक होकर राष्ट्र और समाज के उत्थान के लिए कार्य करें। महापुरुष सभी के होते है। उनको धर्म और समाज में नहीं बाटे। उनकी जयंतियां या उत्सव सामूहिक रूप से मनाने का प्रयास करें। हिन्दू समाज के कार्य हम सभी मिलकर करें।

बैठक में ब्राह्मण समाज से नरेन्द्र त्रिवेदी, जांगिड़ ब्राह्मण से जनक नागल, क्षत्रिय महासभा से नरेन्द्र सिंह पंवार, माहेश्वरी समाज से नरेन्द्र बाहेती, सिक्ख समाज के कमलजीत सिंघ कक्कड़, दर्जी गुजराती मारवाड़ समाज के राजेन्द्र सिंह चौहान, राठौड़ तेली समाज से सुरेश राठौड़, गुजराती सेन समाज से सुरेन्द्र भाटी, जैन समाज से संजय पारख, फूलमाली समाज से प्रमोद माली ने अपने समाज के कार्यो व योजनाओ का ब्यौरा देते हुए विचार व्यक्त किए। नगर सद्भाव प्रमुख सुनील भंडारी व राजेश जैन ने आभार व्यक्त किया।यह विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक विजेन्द्र गोठी ने व्यक्त किए। सामाजिक सद्भाव के तहत 22 जाति बिरादरी के समाज प्रमुखों की सरस्वती शिशु मंदिर काटजू नगर पर बैठक में श्री गोठी संबोधित कर रहे थे।  श्री गोठी के साथ संघ के जिला संघ चालक सुरेन्द्र सुरेका और विभाग सद्भाव प्रमुख महेंद्र गादिया मौजूद थे। बैठक की शुरुआत में गणेशदास बैरागी ने गीत प्रस्तुत किया। जिला सद्भाव  प्रमुख ठा. शैलेन्द्र सिंह राठौड़ ने स्वागत उद्बोधन दिया। बैठक में उज्जैन के कार्तिक मेले में हुई हत्या की निंदा कर ज्ञापन देने की चर्चा की।

जनसंख्या बढ़ रही लेकिन परिवार हो रहे छोटे

श्री गोठी ने कहा कि आज बढ़ती जनंसख्या चिंता का विषय है, लेकिन परिवार छोटे होते जा रहे। संयुक्त परिवार का अभाव हो गया।  रिश्ते खत्म हो रहे। स्वराज  महोत्सव मनाया, लगे हम स्वत्रंत हो गए, लेकिन आज भी पाश्चात्य संस्कृति को मान रहे। उसके मान से त्यौहार मनाने लगे। जन्मदिन पर रात्रि में मनाकर मोमबत्ती
बुझाने की परम्परा को मान रहे, जबकि दीपक जलाना हमारी संस्कृति है। भारतीय संस्कृति विलुप्त होती जा रही है।

हम सभी में अनुकरणीय कार्य की प्रेरणा

विभाग सद्भाव प्रमुख श्री गादिया ने कहा कि ऐसी बैठकों के माध्यम से हम सब एक पंगत के उद्देश्य को सार्थक कर सकते हैं। हम सभी जातियों के सद्कार्य को बैठक में रखे और अनुकरणीय कार्य की प्रेरणा लें। एक दूसरे को संबल प्रदान करें। सभी के त्यौहारों को सामूहिक मनाए व सभी महापुरुषों का सम्मान करें। वर्तमान में रही सामाजिक कुरीतियों को दूर करने का कार्य करें। यही समाज की पहचान बने।

इन्होंने भी किए विचार व्यक्त

बैठक में ब्राह्मण समाज से नरेन्द्र त्रिवेदी, जांगिड़ ब्राह्मण से जनक नागल, क्षत्रिय महासभा से नरेन्द्र सिंह पंवार, माहेश्वरी समाज से नरेन्द्र बाहेती, सिक्ख समाज के कमलजीत सिंघ कक्कड़, दर्जी गुजराती मारवाड़ समाज के राजेन्द्र सिंह चौहान, राठौड़ तेली समाज से सुरेश राठौड़, गुजराती सेन समाज से सुरेन्द्र भाटी, जैन समाज से संजय पारख, फूलमाली समाज से प्रमोद माली ने अपने समाज के कार्यो व योजनाओ का ब्यौरा देते हुए विचार व्यक्त किए। नगर सद्भाव प्रमुख सुनील भंडारी व राजेश जैन ने आभार व्यक्त किया। (हरमुद्दा)

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