मप्र के साथ झाबुआ जिले में करीब 700 कर्मचारी हड़ताल पर होने पर स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह चरमराई झाबुआ। मप्र संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला झाबुआ द्वारा अनिष्चितकालीन हड़ताल के तीसरे दिन 17 दिसंबर, शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे जिला चिकित्सालय परिसर से मांगों को लेकर नारेबाजी के साथ रैली निकाली गई। रैली विजय स्तंभ तिराहा होते हुए गैल तिराहे के समीप पहुंचने पर यहां जेल बगीचा स्थित हनुमान मंदिर के बाहर बैठकर सभी संविदाकर्मियों ने सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ किया। जानकारी देत हुए मप्र संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष डाॅ. लोकेष दवे ने बताया कि जेल बगीचा हनुमान मंदिर के बाहर बड़ी संख्या में संविदा कर्मचारियों ने करीब आधे घंटे बैठकर हनुमान चालीसा पाठ के साथ हनुमानजी की चैपाईयां और दोहे गाए। जिसके माध्यम से संकट मोचन हनुमानजी से विनती की गई कि वह संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के कष्टों का निवारण करे एवं कहा गया कि ‘‘संकट ते हनुमान छुड़ावे, मन क्रम वचन ध्यान जो लावे एवं संकट कटे मिटे सब पीरा जो सुमिरे हनुमत बलबीरा’’, अर्थात आप सभी संकटों को हरते है और सर्व मंगल कर सभी पीड़ा अर्थात परेषानियों का निदान करने वाले है। सभी संविदा कर्मचारियों की समस्याओं और मांगों का भी मप्र सरकार से निदान करवाने हेतु प्रार्थना की। जिले में 700 कर्मचारियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ठप्प उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018 में मप्र के मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चैहान द्वारा जारी की गई नीति का लाभ अन्य कई विभागों को मिल चुका है, किन्तु स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में अभी तक लागू नहीं होने से कर्मचारियों में काफी आक्रोश है। संपूर्ण प्रदेश में 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अभी हड़ताल पर होने के साथ जिले में 700 से अधिक कर्मचारियों की हड़ताल से अब स्वास्थ्य व्यवस्थाएं पूरी तरह से लड़खड़ाती नजर आ रहीं है। प्रदेष के मुखिया अपना किया वादा निभाएं जिला चिकित्सालय सहित जिले के अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर शासकीय कार्य ठप्प होने के साथ वार्डों में भर्ती मरीजों के उपचार में परेषानी आ रहीं है। साथ ही एक्स-रे, टीबी जांच सहित कई अन्य महत्वपूर्ण कार्य भी लगातारप्रभावित हो रहे है। संघ जिलाध्यक्ष डाॅ. लोकेष दवे ने कहा कि प्रदेश के मुखिया इस बात को संज्ञान ले एवं अतिशीघ्र कर्मचारियों की सभी जायज मांगों को पूरा कर मुख्यमंत्री श्री चैहान अपने किए गए वादांे को निभाएं। मुख्य रूप से संविदाकर्मियों को सम्मानजनक वेतन प्रदान करना एवं नियमितीकरण किया जाना अत्यंत ही आवष्यक है।