झाबुआ

झाबुआ – शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास मध्य भारत प्रांत नई दिल्ली एवं शारदा समूह के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित ।

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झाबुआ से जिला प्रतिनिधि नयन टवली की खबर ✍️

प्रदर्शनी का अवलोकन करती कलेक्टर श्रीमती रजनी सिंह ।
कैलेंडर का विमोचन करती कलेक्टर श्रीमती रजनी सिंह ।

झाबुआ – शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास मध्य भारत प्रांत नई दिल्ली एवं शारदा समूह झाबुआ के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय कार्यशाला, राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 के परिप्रेक्ष्य में चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व का समग्र विकास की आधारभूत संरचना को ध्यान में रखते हुए त्रि दिवसीय कार्यशाला का आयोजन दिनांक 30, 31 दिसंबर 2022 एवं 01 जनवरी 2023 को आयोजित किया गया है। प्रथम दिवस 15 प्रांतो से 230 प्रतिभागी सम्मिलित हुए। प्रथम सत्र श्री देश राज जी शर्मा – राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 के क्रियान्वयन टिचर एजुकेशन व टास्क फोर्स के अध्यक्ष एवं न्यास के चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व का समग्र विकास विषय के राष्ट्रीय संयोजक है। पंचकोश की अवधारणा विषय पर इनका उदबोधन रहा व्यक्ति का शरीर पंचकोशो आनंदमय, अन्नमय, प्राणमय, मनोमय, विज्ञानमय, से बना होता है। जो व्यक्ति के शरीर, प्राण, मन, बुद्धि एवं केन्द्र बिन्दु को संचालित करते है

उद्घाटन सत्र में उपस्थित सांसद श्री गुमानसिंह डामोर , एसपी श्री अगम जेन ।

उद्घाटन सत्र में श्री गुमानसिंह डामोर – सांसद रतलाम झाबुआ संसदीय क्षेत्र, श्री अतुल कोठारी – राष्ट्रीय सचिव शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली श्री देशराज शर्मा , श्री अशोक कडे़ल – मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रथ अकादमी के संचालक एवं न्यास के चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व का समग्र विकास विषय के राष्ट्रीय सहयोजक एवं मध्य क्षेत्र सहयोजक, श्री अगम जैन – जिला पुलिस अधिक्षक झाबुआ, श्री ओम शर्मा – प्रांत संयोजक न्यास, आत्मनिर्भर भारत के राष्ट्रीय संयोजक, शारदा समूह के संचालक श्री अथर्व शर्मा – न्यास के राष्ट्रीय प्रचार-प्रसार प्रमुख उपस्थित रहे। दीप प्रज्वलन, दीपमंत्र, पंचागवाचन एवं सरस्वती वंदना के द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया शारदा समूह की सभी प्राचायों द्वारा मंचासीन अतिथियों का स्वागत श्री फल एवं शाॅल भेटकर किया गया। स्वागत भाषण श्रीमती किरण शर्मा संचालक शारदा समूह एवं प्रदेश अध्यक्ष भारतीय स्त्री शक्ति के द्वारा प्रस्तुत किया गया। भारतीय पंचाग अनुसार अंकसूची एवं झाबुआ के 50 वर्षो से पुराने मंदिरों की संकलित जानकारी आधारित कैलेन्डर का विमोचन किया गया। बीज वक्तव्य डाॅ. अतुल जी कोठारी द्वारा दिया गया देश की शिक्षा में नये विकल्प हेतु राष्ट्रीय स्तर पर स्कूल शिक्षा में प्रयोगात्मक व्यवहारिक ज्ञान को बढ़ावा देते है। देश में शिक्षा क्षेत्र में सकारात्मक कार्य करने वाली संस्थाएं एवं विद्धान एक मंच पर आकर कार्य करे। इसके लिए आप प्रयासरत है।
शारदा समूह द्वारा श्री रमेश परमार (पारंपरिक गुड़िया), श्रीमती भूरी पीठवा (बाँस से निर्मित सामग्री), श्री राजकुमार देवल एवं श्री अंतिम मालवीय (पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य), श्री विनय भाबर (नवनिर्वाचित पार्षद), श्री रौनक सोनी (मध्यप्रदेश का सबसे युवा पार्षद), श्री प्रियल मेड़ा (जनपद सदस्य), श्री सोमजी डामोर (सरपंच), श्री हंसु रविदास (ज्ञठब् में आने वाले इस क्षेत्र के प्रथम व्यक्ति) का सम्मान किया गया। उद्बोधन भाषण सांसद महोदय द्वारा एवं राष्ट्रगीत विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किया गया।

द्वितीय सत्र दो पालियों में संचालित हुआ। प्रथम पाली में न्यास की कार्यशाला का अनुभव रखने वाले व्यक्तियों को अन्नमय कोश के बारे में डाॅ. मनोहर भंडारी एम.बी.बी.एस, एम.डी (फिजियोलाॅजी) राष्ट्रीय समन्वयक चिकित्सा शिक्षा प्रकोष्ठ शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली द्वारा जैसा अन्न वैसा मन विषय पर वक्तव्य दिया गया। द्वितीय पाली में श्री जगराम जी न्यास में उत्तर क्षेत्र पश्चिमी उत्तर क्षेत्र संयोजक है। इनहोने भी अन्नमय कोश के बारे में नवीन प्रतिभागियों को उद्बोधन दिया ।

तृतीय सत्र श्री अजय जी तिवारी स्वामी विवेकान्नद विश्वविद्यालय सागर के कुलाधिपति एवं न्यास में महाकोशल प्रांत के प्रांत अध्यक्ष है। इन होने प्राणमय कोश के बारे में विस्तृत जानकारी दी। अगली कड़ी में मनोमय कोश के बारे में श्री देशराज जी शर्मा पंजाब प्रांत तलवाड़ एवं न्यास के चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व का समग्र विकास के राष्ट्रीय संयोजक है। एवं श्री अशोक जी कड़ेल ने भी प्रतिभागियों को मनोमय कोश के बारे में आधारभूत जानकारी प्रदान की ।

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