RATLAM

दादागिरी पर उतरे सफाईकर्मी, अस्पताल बना कचरा अड्ड़ा

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जिला अस्पताल में पिछले चार दिनों से चल रही सफाई कर्मचारियों की हड़ताल से हालात बदतर

रतलाम. हड़ताल की वजह से सफाई नहीं करने पर जिला अस्पताल, एमसीएच और बाल चिकित्सालय में सफाई के हालात बदतर हो गए हैं। हड़ताल कर्मचारी दादागिरी पर उतर आए हैं। शाम को नगर निगम से कुछ कर्मचारी एमसीएच में सफाई करने पहुंचे तो उनके साथ बदतमिजी करके उन्हें भी भगा दिया। उनके खातों में शनिवार को नवंबर माह का वेतन जमा होने के बाद भी वे काम पर नहीं लौटे और धरना स्थल से चले गए।
मरीजों व परिजनों को भारी परेशानी
एमसीएच में हालात ऐसे हो गए कि वार्डों में चारों तरफ डस्टबिन भरी पड़ी हुई और कचरा फैल रहा है। डस्टबिन से आ रही बदबू से परिजनों का वार्डों में और बरामदों में रुकना मुश्किल हो गया है। एमसीएच का कोई वार्ड या बरामदता ऐसा नहीं बचा जहां कचरे के ढेर नहीं लगे हैं। समाजसेवी जितेंद्र राव ने बताया उनकी पत्नी को डिलीवरी के लिए लाया गया। जब वार्ड में शिफ्ट किया तो हालात बहुत खराब दिखे। चारों तरफ कचरा ही कचरा फैला हुआ मिला। उन्होंने इसे लेकर सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज कराई है।
कोविड आईसीयू में भी हालात खराब
महारानी राजकुंवर जिला अस्पताल के कोविड आईसीयू में भी हालात खराब है। एक तो यहां नलों में पानी नहीं आ रहा है और दूसरे सफाई करने वाले कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। ऐसे में शौचालय भरे पड़े हुए हैं। मरीजों के लिए यहां सबसे ज्यादा परेशानी यह है कि वे कहां शौच करने जाएं। अस्पताल के नियमित स्वीपर भी ठेकेदारी प्रथा शुरू होने से काम करने से परहेज कर रहे हैं।
कर्मचारियों को दे दिया वेतन
कर्मचारियों को नवंबर माह का वेतन उनके खातों में जमा करवा दिया है। उन्हें काम पर लौटने को कहा लेकिन दो-चार को छोडक़र कोई नहीं लौटा। रविवार को ये लोग काम पर नहीं लौटे तो कलेक्टर को सूचना देंगे।
पवन मकवाना, मैनेजर ठेकेदार फर्म

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