प्रवासी श्रमिकों को शासन के प्रावधान अनुसार सभी योजनाओं के लाभ दिलवाना सुनिश्चित करें
प्रवासी श्रमिक आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्य ने रतलाम में बैठक ली
रतलाम / मध्यप्रदेश राज्य प्रवासी श्रमिक आयोग के अध्यक्ष श्री भागचंद उइके तथा सदस्य श्री विनोद रिछारिया द्वारा मंगलवार को रतलाम कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान श्रमिकों एवं प्रवासी श्रमिकों के हित में कृत संकल्पित है। जिले में उक्त श्रमिकों के हित में शासन के प्रावधानों अनुसार समस्त योजनाओं के लाभ उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। बैठक में कलेक्टर श्री नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती जमुना भिड़, आयोग के सचिव श्री एस.एस. दीक्षित, श्रम विभाग की निरीक्षक सुश्री निशा गणावा, श्रमिक संगठनों के श्री कैलाश निनामा, श्री कालूसिंह भंवर, श्री भेरुलाल खदेड़ा, श्री दिलीप मेहता, श्री ईश्वरलाल निनामा, श्री राधूसिंह भाबर सहित वनवासी श्रमिक संगठन, प्रवासी श्रमिक संगठन, असंगठित श्रमिक संगठन और भारतीय मजदूर संघ के सदस्यगण उपस्थित थे।
बैठक में आयोग के अध्यक्ष व सदस्य द्वारा उपस्थित जिले के श्रमिक संगठनों के पदाधिकारियों, सदस्यों तथा श्रमिकों से उनके हित में और बेहतर प्रावधान किए जाने हेतु फीडबैक प्राप्त किया गया जो शासन को सौंपा जाएगा। बैठक में आयोग के अध्यक्ष श्री भागचंद ऊईके ने कहा कि श्रमिकों के हित में संबल तथा अन्य संचालित योजनाओं की जानकारी का प्रसार श्रमिक वर्ग में हो, उनमें जागरूकता उत्पन्न रहे। राज्य से बाहर जाते हैं तो उनका पंजीयन अनिवार्य रूप से हो, जो पंचायत में किया जाना चाहिए।
आयोग के सदस्य श्री विनोद रिछारिया ने कहा कि प्रवासी श्रमिक का पंजीयन अनिवार्य होना चाहिए जिससे उनको लाभ तो मिलेगा ही कई परेशानियों से भी सुरक्षित रहेंगे। प्रवासी श्रमिकों के बाहरी राज्यों में कार्य करते समय उनके हित की रक्षा के लिए मध्यप्रदेश शासन सजग है। प्रवासी श्रमिक शोषण के विरुद्ध सतर्क रहें आत्मबल से कार्य करें।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी द्वारा भी रतलाम जिले में प्रवासी श्रमिकों के हितों एवं परिवारों के हित के संबंध में किए जा रहे कार्यों तथा पोर्टल पर श्रमिकों के पंजीयन की जानकारी दी गई। प्रारंभ में आयोग के सचिव श्री दीक्षित द्वारा आयोग की कार्यप्रणाली से अवगत कराया गया। बैठक में आयोग द्वारा जिले के श्रमिक संगठनों के पदाधिकारियों, सदस्यों से प्रवासी श्रमिकों की और बेहतरी के लिए सुझाव प्राप्त किए गए।