RATLAM

जन सम्पर्क के झरोखे से-~~रतलाम जिले में बदल रही है आंगनवाड़ियों की तस्वीर बच्चे ख़ुशी के साथ सीख रहे है~~ग्राम सभाओं को मिला अधिकार तो ले रही हैं सशक्त फैसले~~जिला स्टैण्डिंग कमेटी की बैठक सम्पन्न~~कक्षा 9वी में प्रवेश चयन परीक्षा हेतु ऑनलाइन आवेदन 20 जनवरी तक भरे जा सकेंगे~~खुशियों की दास्तां –

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रतलाम जिले में बदल रही है आंगनवाड़ियों की तस्वीर

बच्चे ख़ुशी के साथ सीख रहे है

रतलामकलेक्टर श्री नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी के मार्गदर्शन में जिले की चयनित आंगनवाड़ियों को कायाकल्प हेतु चिन्हित किया गया है। जिले की 8 परियोजनाओं में कुल 893 आंगनबाड़ी केंद्रों का चयन किया जाकर केंद्रों में सामान्य मरम्मत कार्य आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा विभागीय अमले के पर्यवेक्षण में करवाया जा रहा है।

जिले की आंगनवाड़ी केंद्रों को आकर्षकसुसज्जित एवं चाइल्ड फ्रेंडली बनाए जाने हेतु कवायद की जा रही है जिसमें बच्चों के लिए उनके रुचिकर चित्रकारी जिसमे बाला पेंटिंगकार्टूनपशु पक्षीईसीसीई एवं अन्य बालोपयोगी चित्रकारी करवाई जा रही है। इन परिवर्तनों से आंगनवाड़ी में आने वाले बच्चे ख़ुशी के साथ ज्ञान ग्रहण कर रहे है। सुसज्जित आंगनवाड़ी में बैठकर बच्चे एक आत्मीय आनंद महसूस करते है जिससे उनकी एकाग्रता में वृद्धि होती है।

जिले की आंगनबाड़ियों में 15 जनवरी तक कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य कलेक्टर श्री सूर्यवंशी द्वारा दिया गया है एवं उक्त कार्य की नियमित समीक्षा भी कलेक्टर द्वारा की जा रही है।

जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री रजनीश सिन्हा द्वारा बताया गया की आंगनवाड़ी के भौतिक रूपांतरण के साथ ही अमले का उन्मुखीकरण कर बच्चो की उपस्थिति केंद्र में बढ़ाने हेतु भी विशेष प्रयास किए जा रहे है। पिछले कुछ समय से किए जा रहे कार्यों के फलस्वरूप आंगनवाड़ी केंद्रों में सुखद परिणाम देखने को मिल रहे है। निकट भविष्य में उपरोक्त कार्य जारी रहेगा एवं चयनित आंगनबाड़ी केंद्रों में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा।

गत दिनों आयोजित समय सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर जिला रतलाम द्वारा एडॉप्ट एन आंगनबाड़ी कार्यक्रम अंतर्गत शासकीय अधिकारियों द्वारा गोद लिए गए आंगनबाड़ी केंद्रों में रंगाई पुताईचित्रकारीशौचालय मरम्मत एवं अन्य समस्त शेष कार्य निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने तथा पंचायत व नगरीय निकाय को आंगनबाड़ी के कायाकल्प के कार्य में सहयोग करने हेतु निर्देशित किया गया था।

ग्राम सभाओं को मिला अधिकार तो ले रही हैं सशक्त फैसले

रतलाम / राज्य शासन द्वारा लागू पेसा एक्ट ने ग्राम सभाओं को अधिकार दिए हैं तो उनका लाभ उठाकर ग्रामसभाएं सशक्त फैसले ले रही है। इसका उदाहरण जिले के विकासखंड बाजना की ग्राम पंचायत रावटी तथा देथला के 7 गांवों की ग्राम सभाओं द्वारा लिए गए फैसलों में देखा जा सकता है।

ग्राम रावटी, कुंवरपाड़ा, देथला, देवापाड़ा, भूतिया, चैनपुरा तथा आड़ापथ में पेसा एक्ट पर ग्राम सभाएं आयोजित की गई जिनमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि बगैर ग्रामसभा की अनुमति के उनके गांव में शराब की दुकान नहीं खोली जाएगी। ग्रामसभा की अनुमति के बगैर गौण खनिज की नीलामी नहीं होगी। शांति तथा विवाद निवारण समितियां बनाई गई जो ग्रामीणों के आपसी विवाद को सुलझाने में समर्थ होंगी। इसके साथ ही हाट बाजार टैक्स वसूली की राशि ग्राम पंचायत के खाते में समायोजित किए जाने का प्रस्ताव भी उपरोक्त सभी ग्राम सभाओं द्वारा सर्वसम्मति से पारित किया गया।ग्रामीणों ने प्रसन्नता जाहिर की कि राज्य शासन ने उनकी ग्रामसभा को पेसा एक्ट देकर सशक्त बना दिया है। अब वे लोग अपने भले के लिए फैसला ले सकते हैं।

जिला स्टैण्डिंग कमेटी की बैठक सम्पन्न

रतलाम / जिला स्तरीय स्टैण्डिंग कमेटी की बैठक गुरुवार को कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में उपस्थित मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को कलेक्टर श्री सूर्यवंशी द्वारा फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली के पांचों विधानसभा क्षेत्रों के एक-एक सेट तथा फोटो रहित सी.डी. उपलब्ध करवाई गई। साथ ही जिले के समस्त मतदान केन्द्रों पर शत-प्रतिशत बी.एल.ए. नियुक्त किए जाने का अनुरोध किया गया। इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री त्रिलोचन गौड, श्री मनोहर पोरवाल, श्री महेन्द्र कटारिया, श्री पीयूश बाफना, श्री एम.एल. नगावत, श्री जाफर हुसैन, पर्यवेक्षक श्री सुरेश पटेल आदि उपस्थित थे।

रतलाम जिले की पांचों विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 219 रतलाम ग्रामीण, 220 रतलाम सिटी, 221 सैलाना, 222 जावरा तथा 223 आलोट की फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन गुरुवार को निर्धारित स्थानों पर किया गया। डिप्टी कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री त्रिलोचन गौड ने बताया कि अंतिम प्रकाशन उपरांत जिले के कुल मतदाताओं की संख्या 10 लाख 57 हजार 788 है जिसमें 5 लाख 33 हजार 768 पुरुश, 5 लाख 23 हजार 993 महिला तथा 227 अन्य शामिल हैं, जिनमें मतदाताओं की संख्या 39 हजार 487 है। इनमें 18 से 19 वर्श के मतदाता 25 हजार 385 हैं जिनमें 14 हजार 843 पुरुश तथा 10 हजार 540 महिलाएं तथा 2 अन्य शामिल हैं। पूर्व में जिले का ई.पी. रेशो 59.79 था जो कि अंतिम प्रकाशन में बढकर 61.57 पाया गया। इसी क्रम में जेण्डर रेशो 977 से बढकर 981.89 पाया गया है जो कि म.प्र. के जेण्डर रेशो 930 से 51 अधिक है।

कक्षा 9वी में प्रवेश चयन परीक्षा हेतु ऑनलाइन आवेदन 20 जनवरी तक भरे जा सकेंगे

रतलाम / जिला स्तरीय उत्कृष्ट विद्यालय एवं विकासखंड स्तरीय मॉडल स्कूलों की कक्षा 9वी में शैक्षणिक सत्र 2023-24 हेतु प्रवेश चयन परीक्षा हेतु ऑनलाइन आवेदन पत्र 20 जनवरी 2023 तक भरे जा सकेंगे। समन्वयक संस्था प्राचार्य श्री सुभाष कुमावत ने बताया कि आवेदन एम.पी. ऑनलाइन पर कियोस्क या स्वयं डेबिट/क्रेडिट कार्ड के माध्यम से समस्त शुल्क सहित रु. 100 जमा कर किए जा सकते हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि 20 जनवरी है। आवेदन के समय विद्यार्थी की कक्षा 7वी की मार्कशीट, जन्म प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, विकलांगता प्रमाण पत्र (यदि हो), आधारकार्ड की फोटोकॉपी, आधार से लिंक मोबाइल (ओटीपी के लिए) एवं एक फोटो (पासपोर्ट साइज़) की आवश्यकता होगी।

जवाहर नवोदय विद्यालय कालूखेडा में प्रवेश परीक्षा हेतु आनलाईन पंजीयन प्रारम्भ

रतलाम / जवाहर नवोदय विद्यालय कालूखेडा में प्रवेश परीक्षा हेतु आनलाईन पंजीयन प्रारम्भ हो चुके हैं। जवाहर नवोदय विद्यालय शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा संचालित सहशैक्षिक आवासीय संस्था है। यहां छात्र-छात्राओं को मूफ्त शिक्षा, भोजन और आवसीय व्यवस्था है।

प्राचार्य जवाहर नवोदय विद्यालय ने बताया कि इस विद्यालय में जिले के पिपलौदा, रतलाम एवं सैलाना विकासखण्डों के अभ्यर्थी 2 जनवरी से नवोदय विद्यालय समिति की वेबसाईट www.mavodaya.gov.in,https://navodaya.gov.in/nvs/nvs-school/Ratlam-1/en/home/ पर जाकर केवल आनलाईन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 जनवरी है और इसकी परीक्षा 29 अप्रैल को प्रातः 11.30 से 01.30 बजे के बीच रतलाम जिले के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित की जाएगी।

आवेदन हेतु अभ्यर्थी पांचवीं कक्षा मे जिस विद्यालय में अध्ययनरत है, उस विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा प्रति हस्ताक्षरित प्रमाण पत्र, अभ्यर्थी का फोटो, अभ्यर्थी के हस्ताक्षर, अभिभावक के हस्ताक्षर, आधार कार्ड आदि दस्तावेज की आवश्यकता होगी। अभ्यर्थी का जन्म 01.05.2011 से 30.04.2013 के बीच होना जरुरी है। अभ्यर्थी रतलामा जिले के पिपलौदा, रतलाम तथा सैलाना विकासखण्डों के विद्यालयों में अध्ययनरत एवं निवासी होना आवश्यक है।

जिले में 7, 8 तथा जनवरी को आयोजित होगा अन्न उत्सव

रतलाम/ जिले में 7, 8 तथा 9 जनवरी को सभी शासकीय उचित मूल्य दुकानों पर अन्न उत्सव आयोजित किया जाएगा। कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी द्वारा जिला प्रबंधक, नागरिक आपूर्ति निगम को निर्देशित किया गया है कि सभी उचित मूल्य दुकानों पर आवंटन अनुसार खाद्यान्न का प्रदाय सुनिश्चित किया जाए।

जिला आपूर्ति अधिकारी श्री एस.एच. चौधरी ने बताया कि जिले की 521 उचित मूल्य दुकानों पर 7, 8 तथा 9 जनवरी को स्थानीय जनप्रतिनिधियों तथा सतर्कता समिति के सदस्यों की उपस्थिति में अन्न उत्सव आयोजित किया जाएगा। अन्न उत्सव में माह दिसम्बर के शेष रहे पात्र परिवारों को नियमित निःशुल्क खाद्यान्न का वितरण किया जाएगा तथा माह जनवरी का नियमित खाद्यान्न निःशुल्क वितरण किया जाएगा। अन्न उत्सव के पर्यवेक्षण हेतु प्रत्येक उचित मूल्य दुकान पर नोडल अधिकारियों की भी नियुक्ति की गई है।

श्री चौधरी ने हितग्राहियों से आह्नान किया है कि यदि उनके द्वारा ई-केवायसी एवं मोबाईल सीडिंग नहीं करवाई गई है तो उसे दुकान के विक्रेता के पास जाकर अनिवार्य रुप से करवा लें ताकि भविष्य में उनके मोबाईल फोन पर उनके द्वारा कितनी सामग्री ली गई है, उसकी सूचना भी प्राप्त  हो सकेगी। इस अवसर पर प्रत्येक उचित मूल्य दुकान पर पात्र हितग्राहियों से फीडबैक फार्म भी भरवाए जाएंगे। जिले में उक्त आयोजन की मानिटरिंग हेतु खाद्य संचालनालय भोपाल से वरिष्ठ अधिकारी को नियुक्त किया गया है, उनके द्वारा भी जिले में भ्रमण कर अन्न उत्सव आयोजन का पर्यवेक्षण किया जाएगा। उपभोक्ताओं को राशन प्राप्त करने में यदि कोई कठिनाई, समस्या हो तो जिला स्तरीय पीडीएस नियंत्रण कक्ष के दूरभाष क्रमांक 07412-270414 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।      

खुशियों की दास्तां –

पीएम आवास मिलने से खुश है आदिवासी नागु सिंघाड़

रतलाम रतलाम जिले के आदिवासी क्षेत्रों में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण ने परिदृश्य को बदलकर रख दिया है। पहले इन आदिवासी क्षेत्रों में जहां कच्चे, छोटे टापरे दिखाई देते थे, वहीं अब प्रधानमंत्री आवास योजना की बदौलत पक्के मकान दिखाई देते हैं और उनमें रहने वाले खुशहाल आदिवासी परिवार।

इन्हीं खुशहाल आदिवासी परिवारों में से एक है ग्राम पोनबट्टा के आदिवासी नागु सिंघाड़ का परिवार। बाजना विकासखंड के इस छोटे से आदिवासी ग्राम का रहने वाला नागु सिंघाड़ एक समय बहुत परेशान था, उसको विरासत में एक छोटी सी कच्ची झोपड़ी मिली थी। सर्दी, गर्मी, बरसात में तरह-तरह की परेशानियां से जूझता था, लेकिन उसके जीवन में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण वरदान बनकर आई जब वर्ष 2021-22 में ग्राम पंचायत ने उसको हितग्राहियों की सूची में सम्मिलित करके पीएम आवास योजना का लाभ प्रदान किया। जब बारिश आने वाली थी और नागु को चिंता थी कि उसकी झोपड़ी इस वर्ष बरसात सहन कर पाएगी या नहीं, तो उसी वर्ष मई माह में ग्राम पंचायत ने नागुसिंह को पीएम आवास योजना के हितग्राहियों की सूची में सम्मिलित करके आवास लाभ प्रदान किया।

वर्ष 2022 के जुलाई माह के पहले नागु सिंघाड़ का पीएम आवास बनकर तैयार हो गया और बारिश की चिंता भी दूर हो गई। सिर्फ बारिश ही नहीं, गर्मी, सर्दी में भी मौसमों के प्रभावों से नागु और उसका परिवार सुरक्षित हो गया है। अब वह प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को हृदय से धन्यवाद देता है। उसका मोबाईल न. 97543 23105 है।

खुशियों की दास्तां –

नेपाल सिंह खुश हैं परिवार को मिला पक्का प्रधानमंत्री आवास

रतलाम। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण रतलाम जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में उन परिवारों के लिए वरदान बनकर सामने आई है जो परिवार कई वर्षों से कच्चे मकानों में रह रहे थे और अपने किस्मत को कोसते थे। सर्दी, गर्मी, बरसात में तरह-तरह की परेशानियों का सामना करते थे।परंतु अब दुखी परिवारों को खुशियां मिल गई है। यह खुशी उनको प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण ने दी है।

जिले के आलोट विकासखंड के ग्राम अरवलिया सोलंकी के रहने वाले श्री नेपालसिंह अब उन व्यक्तियों में सम्मिलित हो गए हैं जिनके चेहरे पर वर्षों बाद खुशी झलक रही है। नेपालसिंह का प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत आवास स्वीकृत किया गया तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। नेपालसिंह का कहना है कि साहब इतना समय गुजर गया, कच्ची टपरिया में रहते-रहते सर्दी में ठंडी लहर की परेशानी तो गर्मी में लू-लपटों की परेशानी तो बारिश में पानी के साथ जानवरों की घुसने की परेशानी। अब प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना ने उन सभी परेशानियों से मुक्ति दे दी है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और हमारे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का हम ह्रदय से आभार व्यक्त करते हैं जिनके कारण से अब मुझे और मेरे परिवार को पक्का मकान मिल गया है। मेरा परिवार सुखी हो गया है।

नेपालसिंह मजदूरी करके गुजर बसर करते हैं, उनका कहना है कि खुद की कमाई से पक्का मकान बनाना उनके लिए संभव नहीं था। बस हम सपना ही देख सकते थे परंतु प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना ने हमारे सपने को साकार कर दिया है। विगत नवंबर 21 में नेपालसिंह का पक्का मकान बनकर तैयार हो गया। इसके लिए उनको 12 लाख रूपए इस योजना के तहत शासन द्वारा प्रदान किए गए। इसके अलावा 15 हजार रूपए मनरेगा के तहत मजदूरी राशि दी गई जो उन्होंने खुद के मकान के निर्माण में मजदूरी करके प्राप्त की। नेपाल सिंह का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना उनके परिवार के लिए वरदान बनकर आई है।

खुशियों की दास्तां-

नारायणसिंह अब सुकून से बैठते हैं अपने पक्के मकान में

रतलाम।  प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण ढेर सारे ग्रामीणों के लिए सहारा बनी है जो अपने कच्चे मकानों में गुजर बसर करते हुए थक गए थे और उम्र के उस पड़ाव पर आ गए थे, जहां उम्मीदें भी खत्म हो गई थी। ऐसे ही एक व्यक्ति हैं आलोट विकासखंड के ग्राम अरवलिया सोलंकी के रहने वाले श्री नारायण सिंह। 50 के पार पहुंच चुके नारायणसिंह कहते थे कि साहब कच्चे मकान में रहते-रहते थक गए थे, मौसम की मार झेल-झेल के थक गए थे। उम्मीदें भी खत्म होने लगी थी लेकिन प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रधानमंत्री आवास योजना हमारे लिए वरदान बन गई और अब हम सोचते हैं कि यह योजना नहीं आती तो शायद पूरी जिंदगी कच्चे मकान में ही खत्म हो जाती लेकिन धन्यवाद हमारे प्रधानमंत्री का जिन्होंने ऐसी योजना लागू की जिसके कारण उम्र के इस पड़ाव में हम सुकून से अपने घर में बैठ रहे हैं। अब हमें पक्के मकान की सौगात मिल गई है। अब गंदगी से निजात मिली है, सर्दी, गर्मी, बरसात की मार से निजात मिली है।

कई वर्षों से कच्चे मकान में रह रहे नारायण सिंह को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत पक्के आवास की स्वीकृति मिली, उनका मकान बनकर पूर्ण हो गया । बड़ी खुशी के साथ नारायण सिंह और उनके परिवार ने गृह प्रवेश किया । मकान बनाने के लिए 1 लाख 20 हजार रूपए मिले । मनरेगा के तहत घर में ही मकान बनाने की मजदूरी के तहत 15 हजार रूपए और मिल गए कुछ अपनी जेब से भी उन्होंने राशि मिलाई और एक अच्छा मकान रहने के लिए बना डाला । अब परिवार भी सुखी हो चुका है । नारायण सिंह भी खुश है, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद देते हुए थकते नहीं है।

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