वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गायत्री महायज्ञ स्थल का किया शुद्धिकरण – हवन कुंड निर्माण के पहले गायत्री यज्ञ कर दी आहूति रतलाम। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वाधान में रतलाम 12 जनवरी से 14 जनवरी तक विराट 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ व प्रज्ञा पुराण कथा, तुलसी विवाह का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन राजीव गांधी सिविक सेंटर स्थित श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पास होगा। गुरुवार को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गायत्री यज्ञ कर आयोजन स्थल का शुद्धिरण किया गया।
हवव कुंड निर्माण कार्य के पहले स्थान शुद्धिकरण के लिए यज्ञ स्थल पर गायत्री यज्ञ किया गया। यज्ञ गायत्री परिवार की ब्रह्मवादिनी बहनें ऋतु सैनी और प्रेमलता साहू ने करवाया। गायत्री परिवार के युवा प्रकोष्ठ के प्रांतीय संयोजक विवेक चौधरी ने सपत्निक यज्ञ पूजन किया। यज्ञ में गायत्री परिवार ट्रस्ट नगर रतलाम मुख्य ट्रस्टी पातीराम शर्मा, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष प्रकाश प्रभु राठौड़ आदि ने सपत्निक हवन कुंड में आहूति दी। गायत्री यज्ञ के बाद गायत्री परिवार सदस्यों ने यज्ञ कुंड निर्माण कार्य प्रारंभ किया। 108 तीर्थों एवं देव स्थानों के जल रज का भी पूजन किया गया। तीर्थों के दिव्य जल रज का यज्ञ कुंड निर्माण कार्य में उपयोग लाया जाएगा। कार्यक्रम में गायत्री परिवार मुख्यालय शांति कुंज हरिद्वार द्वारा युग व्यास से सम्मानित अग्रज गायत्री परिजन डीपी चौधरी विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस दौरान तरणी व्यास, एमएम साहू, अर्जुनसिंह चौहान, डॉ. आईपी त्रिवेदी, सुरेंद्रसिंह ठाकुर, शिवपाल छपरी, विकास शैवाल, जय किरण वर्मा, संस्कार शर्मा, दामोदर शर्मा, प्रदीप सिंह, प्रदीप गुप्ता, महेश चौहान, मुरलीधर, राठौड़, लक्ष्मी शर्मा, संगीता राठौड़, कुसुम चौहान, प्रगति गुप्ता, हेमा निरंजनी, प्रेम राव, उर्मिला शर्मा, शशि त्रिवेदी, मनोहर राठौड़, गोवर्धन लोहार, आशीष सिंह, श्यामलाल भावसार, अशोकसिंह देवड़ा, भावेश छपोला, गोपी शर्मा, दिनेश मालवीय, जयराम श्रीवास, एनके सोनी आदि मौजूद रहे।
शांतिकुंज हरिद्वार के विद्वजन कराएंगे यज्ञ
कार्यक्रम में अखिल विश्व गायत्री परिवार के मुख्यालय शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे विद्वजनों की टोली द्वारा गायत्री यज्ञ एवं विभिन्न संस्कार संपन्न करवाए जाएंगे। इसके साथ ही नारी सम्मेलन एवं नारी शक्ति सम्मान, युवा सम्मेलन एवं युवा प्रतिभा सम्मान, सर्वधर्म सम्मेलन एवं धर्मगुरूओं तथा समाज के अग्रजों का सम्मान समारोह का आयोजन भी किया जाएगा। इस अनूठे यज्ञीय आयोजन में यज्ञ में भाग लेना पूर्णत: नि:शुल्क रहेगा। गायत्री परिवार जनमानस में सनातन संस्कार पद्धति के पुनर्जीवन के लिए निरंतर समर्पित भाव से प्रयासरत है। इसी क्रम में गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष पुंसवन संस्कार के साथ शिशुओं के लिए नामकरण, अन्नप्राशन, मुण्डन, विद्यारम्भ तथा यज्ञोपवित (जनेऊ) संस्कार तथा गुरु दीक्षा, जन्म दिवस, विवाह दिवस आदि संस्कार 13 से 15 जनवरी तक प्रतिदिन प्रात: यज्ञ के समय नि:शुल्क संपन्न करवाएं जाएंगे। गायत्री परिवार सदस्यों ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि यज्ञ में भाग लेने एवं संस्कार के लिए गायत्री परिवार सदस्यों से संपर्क करके पूर्व पंजीयन अवश्य कराएं।