RATLAM

करणी सेना के प्रदर्शन में जाने वाली बसों के परमिट को लेकर टकराव देखे

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रतलाम.~~आगामी 8 जनवरी को भोपाल के जंबूरी मैदान में करणी सेना की तरफ से प्रस्तावित आंदोलन में जाने वालों की बसों के परमिट को लेकर गुरुवार को नया पैंच आ गया। जब उन्हें पता चला कि आंदोलन में जाने वाले वाहनों के परमिट देने से परिवहन कार्यालय से मना कर दिया। करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष जीवनसिंह शेरपुर के साथ 100 से ज्यादा करणी सैनिक पहुंच गए। मामला बढ़ते देख अधिकारियों ने उन्हें ऑनलाइन आवेदन कर परमिट देने का आश्वासन दूरभाष पर दिया तब मामला शांत हुआ।

शेरपुर ने लगाया आरोप बना रहे हैं दबाव
करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष शेरपुर के आह्वान पर 8 जनवरी को भोपाल में बड़ा आंदोलन होना है। इसी में जाने के लिए जिले से करीब 200 बसों के परमिट के लिए आवेदन किया गया था। करणी सेना प्रदेश अध्यक्ष शेरपुर का कहना है कि बस संचालकों के पास थाने और परिवह कार्यालय से फोन जा रहे हैं कि उनकी बसों के परमिट लिए तो रास्ते में जब्त करवा देंगे।

आगे से कोई परमिट नहीं मिलेगा। ऐसा करके सरकार लोकतांत्रिक तरीके से किए जाने वाले आंदोलन को दबाना चाहती है। इसलिए बस मालिकों को भी डराया जा रहा है। लोग अपनी स्वैच्छा से आंदोलन में शामिल होने के लिए रुपए एकत्रित करके आना चाहते हैं और वे ही अपने रुपयों से परमिट बनवा रहे हैं तो फिर क्या वजह है कि इन्हें रोका जा रहा है। हम रुकने वाले नहीं है और न ही हमारा आंदोलन राजनीतिक है। फिर भी सरकार आंदोलन को बल से रोकने का प्रयास करती है तो गलत है। लोग अपने स्वयं के वाहनों से आकर आंदोलन में शामिल होंगे।

राजनीतिक दलों को कैसे देते परमिशन
राजनीतिक दलों को लोगों को एकत्रित करना हो तो बसों को परमिट मिल जाते हैं। हम लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन कर रहे हैं तो ये लोग परमिट देने में आनाकानी कर बस मालिकों को धमका रहे हैं। क्या हमें शांतिपूर्ण आंदोलन का अधिकार नहीं है।
जीवनसिंह शेरपुर, प्रदेश अध्यक्ष करणी सेना

ऑनलाइन आवेदन का कहा गया
परमिट लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन देने की बात कही गई है। जो भी आवेदन होता है उसमें जो फीस जमा होती है उसकी रसीद के साथ आवेदन प्रस्तुत करे तो इस पर परिवहन विभाग आगे कार्रवाई करेगा। हमारी अधिकारियों से भी चर्चा हुई तो उन्होंने यही बताया है। यह बात हमने करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष जीवनसिंह शेरपुर को भी बता दी तो वे मान गए हैं।
किशोर पाटनवाला, टीआई स्टेशन रोड

राजनीतिक दलों को कैसे देते परमिशन
राजनीतिक दलों को लोगों को एकत्रित करना हो तो बसों को परमिट मिल जाते हैं। हम लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन कर रहे हैं तो ये लोग परमिट देने में आनाकानी कर बस मालिकों को धमका रहे हैं। क्या हमें शांतिपूर्ण आंदोलन का अधिकार नहीं है।
जीवनसिंह शेरपुर, प्रदेश अध्यक्ष करणी सेना

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