बस मालिकों में नाराजगी:जिन रूटों पर बसें दौड़ रहीं उन्हीं पर फिर बसों के परमिट जारी कर दिए
रतलाम ~~पहले से जिन रूटों पर बसें दौड़ रही हैं उन रूटों पर और बसों के परमिट जारी करने से जिले के बस संचालक नाराज हैं। बस संचालकों का कहना है कि बस मालिकों की बगैर अनुमति के बसों के परमिट जारी कर दिए। जबकि नियम के मुताबिक परमिट जारी करने से पहले आपत्ति मंगाना चाहिए थी। लेकिन ऐसा नहीं किया है और बसों को परमिट जारी कर दिए। पिछले दो महीने में संभाग के विभिन्न जिलों में 25 बसों के परमिट जारी किए हैं। इससे पहले ही कारोबार कम है। अब तो कारोबार पूरी तरह से ठप हो जाएगा और विवाद भी बढ़ेंगे। इससे जिन बसों के परमिट जारी किए हैं उन्हें निरस्त किया जाए।
इस मामले में बस संचालक विधायक चेतन्य काश्यप से मिले और समस्या बताई। विधायक ने इस मामले में उज्जैन के जिला परिवहन अधिकारी से बात की और बस संचालकों की बैठक बुलाकर उनकी समस्या हल करने के लिए निर्देशित किया। इस मौके पर गोविंद बाहेती संभाग अध्यक्ष मनासा, सुबेंद्रसिंह गुर्जर अध्यक्ष रतलाम, धर्मचंद जैन अध्यक्ष सीतामऊ, अकील कुरैशी मंदसौर, सौरभ कोठारी नीमच, अयूब मेव, श्याम लाल टांक, पंकज छाबड़ा मनासा, लक्ष्मण सिंह सिसौदिया, इमरान मेव मंदसौर, रुस्तम, मनोज वाधवा मनासा, ओम प्रकाश दाधीच, युनुस मेव, नितिन छाबड़ा सहित अन्य मौजूद थे।