झाबुआ

नगर के इतिहास में पहली बार मातृशक्ति का प्रभावी संचलन

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नगर के इतिहास में पहली बार मातृशक्ति का प्रभावी संचलन
राष्ट्र सेविका समिति द्वारा झाबुआ नगर में पहली बार मातृशक्ति का पथ संचलन निकाला गया जिसमे ५०० से अधिक महिलाओं एवम युवतियों ने निर्धारित गणवेश में कदमताल से मनमोह लिया। पैलेस गार्डन से प्रारंभ होने वाले संचलन के लिए दोपहर से ही मातृशक्ति का एकत्रीकरण होने लगा था। आज के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के लिए नगर की किरण शर्मा, सारिका निरंजनी,अंजु शर्मा, वंदना नायर, अर्चना सिसोदिया, मोनिका पाटीदार , शीतल जादौन, विनिता टेलर,, मिताली सरोलकर, लगभग एक माह से प्रयासरत थे। बीते दिनों इस कार्यक्रम के लिए महिलाओं एवम युवतियों की अलग अलग समूहों में कई बार बैठके आयोजित की गई। प्रत्येक रविवार को संचलन अभ्यास भी किया जाता था। आज के कार्यक्रम में उपस्थित मातृशक्ति को मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्र सेविका समिति की प्रांत कार्यवाहिका अनधा साठे ने कहा की कोई भी भारत में युगो युगांतर से नारी को सर्वोच्च सम्मान दिया जाता रहा है। कोई भी राष्ट्र तभी उन्नति करता है जब शक्तिस्वरूपा नारी भी उसके समग्र उत्थान के लिए प्रयास करती है। इस विशाल मातृशक्ति संचलन के लिये विभाग कार्वाहिका ज्योति जी सोनी व उर्वशी सोनी तथा इशिका पाटीदार, जिला शारीरिक प्रमुख कृतिका शर्मा भी विशेष रूप से उपस्थित थी। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता शशि त्रिवेदी ने की। कार्यक्रम में व्यक्तिगत गीत ऋतु सोडानी ने लिया। तथा वंदना जोशी ने सामूहिक गीत के माध्यम से उत्साह का संचार किया। राखी भावसार ने अमृत वचन का पाठ किया। इस कार्यक्रम का सफल संचालन शैलु बाबेल ने किया। कार्यक्रम के लिए अत्यल्प समय में गणवेश तैयार कर वितरण का कार्य सर्वाधिक चुनौती पूर्ण था इस कार्य को सफलता पूर्वक पूर्ण करने में रिंकी ठाकुर की महती भूमिका रही।

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