झाबुआ / इंदौर – मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर (Indore) में 17वें प्रवासी भारतीय दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित तीन दिवसीय प्रवासी सम्मेलन की संगीतमय शुरुआत हुई। कोविड महामारी के कारण देश में चार साल बाद 8 जनवरी से 10 जनवरी तक तीन दिवसीयप्रवासी भारतीय सम्मेलन हो रहा है। इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन में आए लोगों ने मध्य प्रदेश को प्रगति के मार्ग पर अग्रसर करने के लिए अपने सुझाव दिए। रोल ऑफ डायसपोरा यूथ इन इनोवेशन एंड न्यू टेक्नोलॉजी पर विदेश से आए प्रवासियों ने अपने बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही सीएम के सामने ऐसे कई प्रस्ताव रखे, जिससे युवाओं को रोजगार मिलने के साथ ही प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूती मिलेगी। प्रवासी भारतीय सम्मेलन मे यूके से पधारे फुटबॉल फैन ऐप के संस्थापक अमित राठौर (झाबुआ निवासी)ने सीएम से मध्यप्रदेश में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में निवेश के संबंध में चर्चा की ।
अमित सिंह राठौर मूल रूप से मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल झाबुआ के निवासी हैं उन्होंने अपनी प्राइमरी शिक्षण झाबुआ से ग्रहण की है इनके पिता अशोक राठौर और माता अर्चना राठौर एडवोकेट है दोनों ही झाबुआ में निवासरत है ।अमित मूल रूप से झबुआ से हैं और 2007 से यूके में हैं। इनकी कंपनी 2019 से यूके में है। यूके से आए फुटबॉल फैन ऐप के संस्थापक व सीईओ अमित सिंह राठौर ने भेंट कर मध्यप्रदेश में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में निवेश के संबंध में चर्चा की। Uk से आए अमित ने सीएम के सामने रखा प्रस्ताव । Uk से आए अमित सिंह राठौर ने बताया पिछले 15-16 सालों से अमेरिका में रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि, आदिवासी अंचल (झाबुआ) से लंदन तक का सफर काफी संघर्ष वाला रहा है जो सपने देखे थे वह पूरे हो रहे हैं । अमेरिका में उनका वेब 3 (जिसे नए जमाने का इंटरनेट कहा जा रहा है) का बिजनेस है। इसका एक ऐप्लीकेशन भी है फुटबॉल फैन ऐप नाम से। ये एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है, जिस पर लोग अपना कंटेंट पोस्ट करते हैं। इसमें उनके पोस्ट किए गए कंटेंट के आधार पर कुछ ऑफर्स और वाउचर भी दिए जाते हैं। अभी फैन का मार्केट कैपिटल $130 होने का दावा करते हैं वे यह भी कहते हैं कि 13 मिलियन डॉलर एक्टिव ट्रांजैक्शन में हैं ।अमित का कहना है कि वेबसाइट पर देखा जा सकता है । फैनकाइन से पेमेंट करने पर दुनिया के कई प्रोडक्ट पर अलग-अलग रियाते भी मिलती । ऐप एंड फैन कॉइन कंपनी के CEO अमित सिंह राठौर ने बताया कि, उन्होंने सीएम शिवराज को वेब थ्री के एक्सीलेंस एंड इनोवेशन सेंटर बनाने का प्रस्ताव दिया। यह नए जमाने का इंटरनेट है। इससे कंटेंट क्रिएटर्स, वेब प्रोड्यूसर्स का deta किसी प्लेटफ़ार्म का नहीं रहेगा, जबकि इससे क्रिएटर्स के राइट्स उसके पास ही रहेंगे। अमित ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से निवेश के संबंध में चर्चा करते हुए बताया कि हम एमपी को Excellence सेंटर बनाएंगे, न्यू टेक्नोलॉजिश के क्षेत्र में । यहां एक अपॉर्चुनिटी है नई टेक्नोलॉजी की। इसके अलावा इसमें कोई देश या किसी कंपनी का कोई वर्चस्व नहीं है । ब्लॉकचेन कंप्यूटर के बारे में बताते हुए अमित ने कहा कि सरल भाषा में यह कनेक्टेट कंप्यूटर है आपस में । यह सेंट्रलाइज कंप्यूटर नहीं है । आज अगर कोई भी चीज यूज करते हैं तो वह सब सेंट्रलाइज होती है या कहीं से कंट्रोल होती है । लेकिन ब्लॉकचेन कंप्यूटर इंडिपेंडेंटली चलते हैं और आपस में जुड़े रहते हैं । हैकिंग का कोई डर नहीं है और नहीं वायरस का और पूर्ण रूप से सुरक्षित है ।
क्या हैं इसके फायदे इसमें हैकिंग का कोई डर नहीं होता है। इसमें वायरस या सिक्योरिटी की कोई दिक्की नहीं होती। इसका एक्सेस सिर्फ ऑथराइज्ड लोगों के पास ही रहता है। ये बहुत सिक्योर, फास्ट और चीप है।