रतलाम. शहर को स्वच्छता की रैङ्क्षकग में नंबर एक लाने के लिए चाहे जो कयासबाजी हो व रुपए का व्यय किया जाए, लेकिन नगर निगम की व्यवस्थाएं पटरी पर नहीं आ रही है। शहर में आउट सोर्सिंग के 49 कर्मचारी हर वार्ड में जागृति के लिए नियुक्त किए गए है, इसके बाद भी हालात ढ़ाक के तीन पात जैसे है।
शहर में 49 वार्डो में स्वच्छता की अलख जगाने व समय पर कचरा संग्रहण के लिए निगम ने अलग से निजी एजेंसी के 49 कर्मचारी नियुक्त किए है। इनका कार्य वार्डो में कचरा संग्रहण गाड़ी के साथ – साथ जाना व जो लोग कचरा डालने आते है, उनको गिला व सूखा कचरा अलग-अलग डालने के लिए बताना है। इसके उलट कार्य शहर में हो रहा है। कर्मचारी पहले तो सुबह से आकर वाहन का इंतजार करते है, व इसके बाद बस कचरा गाडी़ के साथ – साथ चलते है।
वार्डों में जागृति के लिए नहीं काम
कायदे से इनको निगम वाहन के साथ – साथ तो जागृति लाना ही है, इसके साथ – साथ इन कर्मचारियों को वार्डों में आमजन से संवाद कर इस कार्य के लिए जागृति लाना है। जबकि ये कर्मचारी इस कार्य को कर ही नहीं रहे है। इन कर्मचारियों के अनुसार वाहन का समय सुबह 7 बजे का है, लेकिन कभी 9 तो कभी 10 बजे तक वाहन आते है। ऐसे में कचरा संग्रहण का जो कार्य सुबह 11 बजे तक हो जाना चाहिए वो दोपहर 12 बजे से लेकर 1 बजे तक चलता है। इसके बाद किसी के घर भी जाए तो जागृति के लिए परिवार की महिलाएं व्यस्त रहती है। ऐसे में कोई मिलकर बात करना पसंद नहीं कर रहा है। इस मामले में निगम के स्वास्थ्य विभाग को भी बताया गया, लेकिन अब तक कुछ बदलाव वाहन के आने के समय में नहीं हुआ है।
सुधार करवा रहे है
कचरा संग्रहण के मामले में वाहन समय पर जा रहे है, अगर कही कुछ कमी है तो सुधार करवा रहे है।
-हिमांशु भट्ट, आयुक्त, नगर निगम