रतलाम। सिर पर परीक्षाएं है और स्कूल में कई माह से अंग्रेजी और हिन्दी के शिक्षक ही मौजूद नहीं है। यह हाल है समीपस्थ रतलाम जिले के गांव जड़वासा के शासकीय स्कूलों के। इस कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। स्कूल हेड मास्टर ओमप्रकाश पाल ने बताया प्राथमिक व माध्यमिक दोनों स्कूल को मिलाकर 63 बच्चे है। शाला में शिक्षकों की कमी से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। हमने हमारे स्कूल में एक अतिथि शिक्षक भी रखा हुआ है।
63 बच्चे तीन शिक्षक ही मौजूद
जड़वासा के स्कूल में कक्षा एक से आठवीं तक की पढ़ाई होती है, इसमें कुल 63 बच्चे हैं और 3 शिक्षक एवं एक अतिथि रखा हुआ है। अंग्रेजी विषय वह हिंदी विषय का शिक्षक नहीं है। स्कूल के छात्र कपिलराज चौहान ने बताया अंग्रेजी व हिंदी विषय के विशेषज्ञ नहीं होने से बोर्ड की परीक्षा की तैयारी कैसे होगी। जिला प्रशासन व जिला शिक्षा अधिकारी से शीघ्र शिक्षकों की व्यवस्था करने की मांग है।
विषय विशेषज्ञ नहीं
वरिष्ठ शिक्षक रामदया आंजना ने बताया एक शिक्षक व एक शिक्षिका अपनी पसंद की जगह ट्रांसफर करवाकर चले गए, स्कूल में हिंदी व अंग्रेजी पढ़ाने के लिए पद खाली है। मंगलवार को स्कूल में शिक्षक नहीं होने के कारण पालगगण वहां पहुंचे, जहां पर दो शिक्षक ही मिले, अतिथि शिक्षक रखा हुआ है वह भी नहीं आया। छात्र के ईश्वरलाल कुमावत ने बताया जब अतिथि शिक्षक समय पर स्कूल नहीं आते हैं और छुट्टी बना लेते है, ऐसे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, जिम्मेदारों को इस और ध्यान देना चाहिए और व्यवस्था सुधारे ताकि बच्चों को भविष्य खराब न हो।
मैं स्वयं तीन विषय पढ़ा रहा हूंशिक्षक निरंजन जोशी ने बताया हमारे स्कूल में शिक्षकों की कमी है, दो विषय के लिए शिक्षक नहीं है। एक अतिथि रख रखा है व जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर शिक्षक के लिए मांग करेंगे। मैं स्वयं दो-तीन विषय स्वयं बच्चों को पढ़ा रहा हूं। शिक्षकों की कमी होने के कारण हम बच्चों को 3 शिक्षक व एक अतिथि मिलजुल कर पढ़ा रहे हैं।
इनका कहना
प्राथमिक व माध्यमिक में अंग्रेजी और हिन्दी के शिक्षक की कमी है, एक अतिथि शिक्षक रखा है। शिक्षको की कमी से बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ता है।
ओमप्रकाश पाल, हेड मास्टर, जड़वासा स्कूल।