झाबुआ

एजुकेट गर्ल्स संस्था ने धूमधाम से मनाया 15 वां स्थापना दिवस      

Published

on

चुनौतियों से लड़कर झाबुआ ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने में दिया एजुकेट गर्ल्स का साथ सफीना हुसैन

झाबुआ- मध्यप्रदेश में एजुकेट गर्ल्स का सफर झाबुआ जिले से हुआ था शुरू और संस्था ने धूमधाम से मनाया 15 वां स्थापना दिवस । 12 जनवरी-2023 बालिका शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत गैर-लाभकारी संस्था एजुकेट गर्ल्स ने इस साल अपने 15 सालों का सफर पूरा किया है। इस अवसर पर संस्था ने झाबुआ में स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया। संस्था वर्तमान में मध्य प्रदेश के चार जिलों में स्कूल से वंचित बालिकाओं की पहचान कर उनके नामांकन, ठहराव व कौशल विकास के स्तर को बढ़ाने में सरकार और समुदाय के साथ मिलकर काम कर रही है।

संस्था ने स्थापना दिवस समारोह “बेमिसाल 15 साल” की थीम पर बड़ी धूमधाम से मनाया। झाबुआ के इस समारोह में 900 भी अधिक टीम बालिकाओं (स्वयंसेवकों), संस्था के कर्मचारियों, सरकारी अधिकारियों, डोनर एवं बोर्ड सदस्यों ने जिला स्तर पर हिस्सा लिया। समारोह में बालिका शिक्षा के लिए श्रेष्ठ योगदान देने के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले टीम बालिकाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न लाभार्थियों ने नाट्य और समूह नृत्य के माध्यम से अपनी प्रस्तुति देते हुए बालिका शिक्षा के महत्व का संदेश दर्शकों को दिया। संस्था के झाबुआ के डिस्ट्रिक्ट लीड विपिन बहादुर ने उपस्थित लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।
संस्था के साथ जमीनी स्तर पर कार्य करने वाली झाबुआ जिले की टीम बालिका भुरी खराडी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “मै 2017 से संस्था के साथ जुड़ी हूं। संस्था के प्रशिक्षण की वजह से मैंने गांवो में बालिकाओं को शिक्षा के लिए प्रेरित किया। मैने संस्था के साथ मिलकर डोर टू डोर सर्वे और नामांकन अभियान में काम किया है। संस्था की वजह से मुझे गांव में नई पहचान मिली है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित झाबुआ जिला कलेक्टर रजनी सिंह ने कहा, “मैं एजुकेट गर्ल्स के सभी टीम बालिका स्वयंसेवको का अभिनंदन करती हूं और उन्हें बधाई देती हूं। आपकी संस्था बालिका शिक्षा के क्षेत्र में ऐसा कार्य कर रही है, जिससे लड़कियों के चेहरे पर मुस्कान आती है। मेरे सामने हर रोज ऐसी कई महिलाएं आती हैं, जिन्होने पढ़ाई पूरी नही की और आज उसकी वजह से जिंदगी में समस्याओं का सामना कर रही हैं। सरकार और प्रशासन तो बालिकाओं की शिक्षा के लिए कार्य कर ही रहे हैं लेकिन समाज और स्वयंसेवी संस्थाओं को भी साथ आना होगा।”
एजुकेट गर्ल्स की संस्थापिका और बोर्ड सदस्य सफीना हुसैन ने बताया, “एजुकेट गर्ल्स संस्था ने मध्य प्रदेश में सबसे पहला कार्य झाबुआ जिले से शुरू किया। यहां की भाषा, संस्कृति और भौगोलिक क्षेत्र हमारे लिए एक चैलेंज था। लेकिन झाबुआ में काम करने के बाद बहुत ही कम समय में आप लोगों ने हमें जो प्यार दिया, हमारा साथ दिया और हमें अपनाया, यही वजह है कि आज हम मध्य प्रदेश के इतने सारे जिलों में काम कर रहे हैं। आपका जो साथ और प्यार एजुकेट गर्ल्स को पिछले 15 सालों में मिला है, मुझे यकीन है कि वही प्यार और साथ आगे भी हमें मिलता रहेगा।

Trending