धार, 13 जनवरी 2023/ साइबर क्राइम बहुत तेजी से बढ़ रहा है , इससे बचने के लिए जागरूकता रखें। अपने लिए सुरक्षा की एक मानसिकता बनाएं। लालच से बचें कभी भी शॉर्टकट को ना अपनाएं ,अपने विवेक का इस्तेमाल करें। कभी भी जानकारी शेयर करने में जल्दबाजी ना करें अपने पास अधिक से अधिक जानकारी रखें। यह बात अतिरिक्त डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस मध्यप्रदेश डॉ वरुण कपूर ने शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के ऑडिटोरियम हॉल में साइबर अपराधों से सुरक्षा विषय पर आयोजित कार्यशाला में कही। उन्होंने कहा कि मोबाइल हमारे साथ 24 घंटे रहता है इससे आजकल क्या कुछ नहीं हो सकता है। यह हमारे शरीर का पार्ट सा बन गया है। साइबर क्राइम के लिए यह एक माध्यम है । यह उसके लिए हथियार साबित होता है जो कि एक अदृश्य हथियार है । यह हमें दिखने वाले खतरों से अधिक खतरनाक साबित हो सकते हैं । यह एक वर्चुअल दुनिया का अपराध है जोकि उपकरण आधारित है । इससे बचने के लिए हमें अपनी मानसिकता को बदलना पड़ेगा। किसी भी मैटर को शेयर करने से पहले उसकी सत्यता जाने। अब आप मोबाइल, लैपटॉप, पीसी चालू करते हैं तो मन में यह ख्याल रखें कि आप दूसरी दुनिया में प्रवेश कर रहे हैं किसी भी अनजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट ना करें। साइबर वर्ल्ड से आप स्वयं ही अपनी सजगता से खुद को बचा सकते हैं । सुरक्षा को एक आदत बना ले। वर्चुअल वर्ल्ड में किसी भी प्रकार की गलती ना करें। साइबर क्राइम का सबसे पहला कारण साइबर बुलीइंग होता है । इससे बचने के लिए इसमें आप किसी भी प्रकार की कोई प्रतिक्रिया ना दें । ऑनलाइन गेमिंग से आजकल को बहुत नुकसान हो रहा है । जिसका शिकार युवा पीढ़ी हो रही है। अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी को भी ऐसे ही ना दें उसे सुरक्षित रखें। साइबर स्टॉकिंग का शिकार महिलाएं और बालिकाएं को किया जाता है। इससे बचने के लिए किसी भी फ्रेंड रिक्वेस्ट ,ईमेल ,मैसेज मिसकाल जो बार-बार आते हैं उसके प्रति आप सजग रहे। साइबर वर्ल्ड में किसी पर भी एकदम से भरोसा ना करें। ज्ञात हो कि ओजस्वी अभियान के अंतर्गत यह जिले में पांचवा चरण था । एडीजीपी डॉ कपूर विगत 12 वर्षों से साइबर सुरक्षा एवं जागरूकता के अभियान को लेकर अग्रसर है। इस कार्यशाला में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री देवेंद्र पाटीदार, सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग श्रीमती सुप्रिया बिसेन, जिला शिक्षा अधिकारी श्री महेंद्र शर्मा ,जिले के समस्त शासकीय, अशासकीय विद्यालयो के 467 प्राचार्य,पुलिस अधिकारीगण भी उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संयोजन इंस्पेक्टर साइबर क्राइम शालिनी राठौर द्वारा किया गया।