RATLAM

पुलिस का नहीं डर : थाने से महज 50 कदम दूर खुले आम चल रहा सट्टा,

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शहर का दीनदयाल नगर थाना क्षेत्र। यहां पुलिस थाने से बस 50 कदम की दूरी पर एक पेड़ के नीचे आराम से सट्टा चल रहा है।

रतलाम.~~ शहर का दीनदयाल नगर थाना क्षेत्र। यहां पुलिस थाने से बस 50 कदम की दूरी पर एक पेड़ के नीचे आराम से सट्टा चल रहा है। इसी प्रकार औद्योगिक थाना अंतर्गत डीजलशेड रोड पर बनी हुई चाय की दुकान हो या रेलवे स्टेशन रोड। शहर में सट्टा धड़ल्ले से चल रहा है। हालत यह है कि जिम्मेदार पुलिस विभाग को इसकी या तो भनक नहीं, या मिलीभगत।

दोपहर में दो बार खुलताशहर में सट्टा दिन में दो बार खुलता है। पहली बार 1 बजे व दूसरी बार दोपहर 3 बजे। पहली बार में नंबर का सट्टा खुलता है तो दूसरी बार में नंबर के साथ – साथ अक्खर का सट्टा खुल रहा है। रतलाम में पहले पर्ची पर सट्टा होता था, अब मोबाइल पर नंबर उतारे जा रहे है। रतलाम का सट्टा भीलवाड़ा में उतारा जा रहा है। भीलवाड़ा में सट्टा लिखने वाले इसको आगे कहां भेज रहे है, ये जानकारी स्थानीय सट्टा कारोबारियों को नहीं है।

इस तरह चल रहा सट्टाशहर के दीनदयाल क्षेत्र में तीन से चार लोग मोबाइल पर सट्टा उतारने का कार्य कर रहे है। ये ही लोग सट्टा खुलने पर रुपए देने का काम करते हुए भी कैमरे में कैद हुए है। थाने के करीब सट्टा चलाने का भय तक इनमें नजर नहीं आया। थाने के करीब बनी हुई चाय की दुकान की आड़ में ही सट्टा कार्य जारी है। इसी प्रकार डीजलशेड रोड पर भी दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक भारी भीड़ सट्टा लिखाने व रुपए लेने के लिए रहती है।

इसलिए नहीं भय

असल में सट्टा वाले पकड़े जाते हैं तो थाने से ही जमानत का प्रावधान है। ऐसे में इन सट्टा करने वालों में पुलिस का भय नहीं रहता है।

सतत चलती कार्रवाई

सट्टा हो या जुआ, हर प्रकार के अपराध पर सतत कार्रवाई जारी है। अलग से सूचना मिलने पर भी कार्रवाई की जाती है।– अभिषेक तिवारी, एसपी रतलाम

रतलाम. रतलाम शहर में पुलिस की नाक के नीचे सट्टे का खेल खुलेआम चल रहा है और पुलिस विभाग अंजान बना हुआ है। पत्रिका के स्टिंग में शहर में खुलेआम सट्टेबाजी होने का खुलासा हुआ है। हैरानी की बात तो ये है कि शहर के अलग अलग इलाकों में खुलेआम सट्टेबाजी हो रही है। बेधड़क नंबरों पर दांव लगाए जा रहे हैं। चाय की गुमठी, पेड़ के नीचे और रेलवे स्टेशन के पास हर जगह सटोरियों के खाईबाज बैठे रहते हैं जो सट्टा लगवाने का काम करते हैं।

रतलाम शहर का दीनदयाल नगर थाना क्षेत्र यहां पुलिस थाने से बस 50 कदम की दूरी पर एक पेड़ के नीचे आराम से सट्टा चल रहा है। इसी प्रकार औद्योगिक थाना अंतर्गत डीजलशेड रोड पर बनी हुई चाय की दुकान हो या रेलवे स्टेशन रोड। शहर में सट्टा धड़ल्ले से चल रहा है। हालत यह है कि जिम्मेदार पुलिस विभाग को इसकी या तो भनक नहीं है या फिर मिलीभगत है। शहर में सट्टा दिन में दो बार खुलता है। पहली बार 1 बजे व दूसरी बार दोपहर 3 बजे। पहली बार में नंबर का सट्टा खुलता है तो दूसरी बार में नंबर के साथ-साथ अक्खर का सट्टा खुल रहा है। रतलाम का सट्टा भीलवाड़ा में उतारा जा रहा है। भीलवाड़ा में सट्टा लिखने वाले इसको आगे कहां भेज रहे हैं ये जानकारी स्थानीय सट्टा कारोबारियों को नहीं है।

हाईटेक हुआ सट्टा
शहर के दीनदयाल क्षेत्र में तीन से चार लोग मोबाइल पर सट्टा उतारने का कार्य कर रहे है। ये ही लोग सट्टा खुलने पर रुपए देने का काम करते हुए भी कैमरे में कैद हुए है। थाने के करीब सट्टा चलाने का भय तक इनमें नजर नहीं आया। थाने के करीब बनी हुई चाय की दुकान की आड़ में ही सट्टा कार्य जारी है। इसी प्रकार डीजलशेड रोड पर भी दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक भारी भीड़ सट्टा लिखाने व रुपए लेने के लिए रहती है। वक्त के साथ सट्टेबाजी भी हाईटेक हो रही है और कुछ साल पहले तक रतलाम में पहले पर्ची पर सट्टा होता था लेकिन अब मोबाइल पर नंबर उतारे जा रहे हैं।

 

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