पेटलावद

भारतीय (aij) एवं श्रमजीवी पत्रकार संघ ने पत्रकार कार्यालय पर स्व. श्री यशवंत घोड़ावत को दी श्रद्धांजलि

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पत्रकारो के प्रेरणास्त्रोत व अधिकारो के सजग प्रहरी थे स्व घोड़ावत

पेटलावद । झाबुआ जिले के पत्रकारों में भीष्म पिता कहे जाने वाले स्वर्गीय श्री यशवंत घोड़ावत की नवी पुण्यतिथि 20 जनवरी पर मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ एवं भारतीय पत्रकार संघ (aij) के द्वारा आज पेटलावद पत्रकार कार्यालय पर श्रद्धांजलि देते हुए उनको याद किया गया।

दी श्रधांजलि

श्रधांजलि सभा आयोजित करते हुए स्वर्गीय घोड़ावत के चित्र पर दीप जलाकर माल्यार्पण करते हुए पुष्प अर्पित कर श्रधांजलि दी ।

*कलमकारों के प्रेरणास्त्रोत*

श्रद्धांजलि देते हुए श्रमजीवी पत्रकार संघ के जिला अध्यक्ष मुकेश सिसोदिया एवं भारतीय पत्रकार संघ के जिला अध्यक्ष हरीश राठौर द्वारा उनके जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्व. यशवंत घोड़ावत जिले में दादा के नाम से विख्यात हुए , वे झाबुआ जिले में पत्रकारों की समस्याओं के लिए हरदम लडते रहे , उन्होंने झाबुआ जिले के प्रत्येक गांव में पत्रकार के रूप में अपना प्रतिनिधि तैयार किया और जिले में ऐसे पत्रकार तैयार किए जो आज भी अपनी कलम से प्रशासन को लोहा मनवाते हैं। तहसील पत्रकार संघ के पूर्व तहसील अध्यक्ष मोहन पडियार ने यशवंत घोड़ावत के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए कहां की दादा झाबुआ जिला प्रशासन में जहां जाकर खड़े हो जाते हैं ,वहां के अधिकारी परेशान हो जाते थे, और उनकी लेखनी टेडी नजर में हर दिन किसी के ना किसी की भ्रष्टाचार की खबर देखने को मिलती थी , लेकिन आज की कलम और वह टेढ़ी नजर पत्रकारिता के क्षेत्र में देखने को नहीं मिलती है ।

*पत्रकारो के हितों के लिये आजीवन ततपर*

भारतीय पत्रकार संघ के पूर्व जिला अध्यक्ष मनोज पुरोहित ने कहां की घोड़ावत जी ने पत्रकारों की समस्याओं पर कार्य करते हुए एक मजबूत संगठन खड़ा किया था, जो आज भी निरन्तर चल रहा है , और उनके नक्शे कदम पर ही आज जिले के अन्य संगठन भी चल रहे हैं , संगठन से उन्होंने हर ग्रामीण पत्रकार की समस्या उठाई ,उसी तरह आज दूसरे संगठन उनके नक्शे कदम पर चलकर ग्रामीण पत्रकारों की समस्या को उठा रहे हैं,।

*स्मृतियों को किया याद*

भारतीय पत्रकार संघ के नगर अध्यक्ष प्रकाश पडियार ओर पूर्व अध्य्क्ष मोहनलाल पडियार ने दादा को याद करते हुए कहा कि मैं जब भी झाबुआ दादा से मिलने जाता था तो वह मुझे बिना चाय से वापस नहीं आने देते थे, और हमारे द्वारा ऐसे कई भ्रष्टाचारी के मुद्दे दादा को दिए जिन्होंने प्रमुखता से अपने अखबार में उनके खिलाफ खबरें प्रकाशित की , दादा खबरों के मामले में कभी भी उन्होंने समझौता नहीं किया , बेबाक कलम से उन्होंने पत्रकारिता में अपना एक अलग ही मुकाम खड़ा किया ।

*ये रहे मौजूद*

श्रद्धांजलि देते समय पत्रकार कार्यालय पर श्रमजीवी पत्रकार संघ के पूर्व तहसील अध्यक्ष सुनील खोडे , भारतिय पत्रकार संघ के जिला कोषाध्यक्ष व सांसद प्रतिनिधि राजेश कासवा, भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री चंदन एस भण्डारी, एडवोकेट ओर पत्रकार मनोहर डोडिया , बुरहानुद्दीन बोरा , शान ठाकुर , अर्जुन ठाकुर ,रविकांत आदि पत्रकारो ने उपस्थित होकर स्व. श्री घोड़ावत को श्रद्धांजलि अर्पित की।

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