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राम मंदिर निर्माण का संकल्प पूरा होने के बाद इस संत ने की पैदल यात्रा,रच दिया ये इतिहास

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श्रीनगर से अयोध्या की पैदल यात्रा पूरी कर रतलाम लौटे संत नर्मदानंद महाराज ने बताया कि इतिहास में पहली बार श्री राम की पूजा के करने बाद श्रीनगर लाल चौक पर तिरंगा फहराया गया. 75वें अमृत महोत्सव पर यात्रा 75 दिन में पूरी हुई.

रतलाम के संत नर्मदानंद जी महाराज (Saint Narmadanand Ji Maharaj) आज राष्ट्र गौरव यात्रा का समापन कर रतलाम लौटे. शहर लौटने पर संत नर्मदा नंदजी महाराज का भव्य स्वागत किया गया. आपको बता दें कि रतलाम लौटने पर नर्मदानंद जी महाराज ने सबसे पहले मां कालिका माता के मंदिर में दर्शन किए और पूजा-अर्चना की. कालिका माता मंदिर परिसर में संत नर्मदा नंदजी का भी भव्य स्वागत किया गया. इस दौरान जन अभियान परिषद के प्रदेश अध्यक्ष (State President of Jan Abhiyan Parishad) प्रदीप पांडेय  (Pradeep Pandey) भी शामिल हुए.

इस मौके पर यात्रा का उल्लेख करते हुए संत नर्मदानन्द महाराज ने बताया कि उनका संकल्प था कि अयोध्या में राम मंदिर बनने पर वे यह यात्रा करेंगे  और जब श्री नगर से यात्रा शुरू करने से पहले भगवान राम का पूजन कर तिरंगा लाल चौक पर फहराया तो लोगों ने बताया कि राम जी के पूजन के साथ इतिहास में पहली पर लाल चौक पर तिरंगा फहराया गया है.

4 नवंबर 2022 को शुरू हुई थी यात्रा 
बता दें कि  रतलाम के संत नर्मदानंद जी ने श्रीनगर से अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि तक की राष्ट्र गौरव पदयात्रा 75 दिनों में पूरी करने का संकल्प लिया था. यह यात्रा 04 नवंबर 2022 को श्रीनगर की शंकराचार्य पहाड़ी पर पूजन, अभिषेक और लाल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज को फहराने साथ प्रारंभ हुई थी. संत नर्मदानंद जी जम्मू-कश्मीर से निकल कर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश होते हुए 15 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण स्थल पंहुचे. यात्रा के समापन पर भव्य समारोह का आयोजन हुआ. यात्रा समापन के बाद बुधवार को वापस रतलाम अपने आश्रम लौटने पर संत नर्मदानन्द महाराज का भव्य स्वागत लोगों ने किया.

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