RATLAM

जन-सम्पर्क की खबरे-स्वास्थ विभाग की क्रिकेट टीम शाजापुर और देवास को हराकर फाइनल में पहुंची~~खुशियों की दास्तां – कोरोना काल के संकट में मिथुन को स्ट्रीट वेंडर योजना ने दिया मजबूत सहारा~~चंपाबाई को प्रधानमंत्री आवास की सौगात मिली~~

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स्वास्थ विभाग की क्रिकेट टीम शाजापुर और देवास को हराकर फाइनल में पहुंची

रतलाम / खेलो इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं उज्जैन संभाग डॉ. रजनी डावर के मार्गदर्शन में  संभाग के अंतर्गत आने वाले जिलों के विभागीय अधिकारी, कर्मचारियों की क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन उज्जैन में किया गया।

रतलाम जिले से विभागीय अधिकारी कर्मचारियों की 11 खिलाड़ियों की टीम बनाकर भेजी गई थी। टीम में कप्तान आरबीएसके चिकित्सक डॉ. प्रीतम कटारा एवं उपकप्तान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शिवगढ़ के चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर वसीम खान को बनाया गया था। रतलाम जिले की टीम का पहला मैच शाजापुर के साथ खेला गया। शाजापुर टीम के साथ हुए रोमांचक मुकाबले में शाजापुर टीम ने 8 ओवर में 55 रन बनाने का लक्ष्य रखा था।  इस लक्ष्य को रतलाम जिले की टीम ने रनों का पीछा करते हुए मात्र 6 ओवर में पूरा कर लिया और टीम ने जीत दर्ज की।

सेमीफाइनल का मुकाबला उज्जैन को हराकर सेमीफाइनल में पहुंची देवास टीम के साथ हुआ। देवास की टीम ने पहले बल्लेबाजी की और रतलाम को 8 ओवर में 36 रन का लक्ष्य दिया। इस लक्ष्य को रतलाम जिले की क्रिकेट टीम ने मात्र 3 ओवर में पूरा कर लिया। शाजापुर के साथ हुए मुकाबले में मैन आफ द मैच आशीष राणा सीएचओ रहे जबकि देवास के साथ हुए मुकाबले में मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार श्री देवेंद्र तोमर टीबीएचवी को मिला। संभागीय क्रिकेट  मुकाबले का फाइनल 22 जनवरी को खेला जाएगा। इसमें रतलाम जिले को ग्रुप बी में सेमीफाइनल में जीतने वाली टीम के साथ खेलना होगा। रतलाम जिले की स्वास्थ्य विभाग की क्रिकेट टीम के फाइनल में पहुंचने पर सभी विभागीय अधिकारी कर्मचारियों ने हर्ष व्यक्त करते हुए टीम को शुभकामनाएं प्रेषित की है।

स्‍वास्‍थ्‍य केंद्रों पर लगाया जा रहा है कोविड वैक्‍सीन का प्रीकॉशन डोज

रतलाम /  जिले के शासकीय स्‍वास्‍थ्‍य केंद्रों पर कोविड वैक्‍सीन का तीसरा अथवा प्रीकॉशन डोज नि:शुल्‍क लगाया जा रहा है । प्रभारी सीएमएचओ डॉ. वर्षा कुरील ने बताया कि कोविड से बचाव के लिए कोविशील्‍ड एवं कोवैक्‍सीन दोनों प्रकार के डोज निशुल्‍क लगाए जा रहे हैं । जो भी 18 वर्ष से अधिक आयु के पात्र हितग्राही कोविड वैक्‍सीन के प्री कॉशन डोज से वंचित रह गए हैं जिला चिकित्‍सालय रतलाम में डायलिसिस युनिट के सामने (अवकाश के दिवस छोडकर)  प्रात: 11:00 बजे से सायं 5:00 बजे के मध्‍य अपना आधार कार्ड और मोबाईल लेकर वैक्‍सीनेशन करा सकते हैं।  इसके अतिरिक्‍त जिले के शासकीय स्‍वास्‍थ्‍य केंद्रो जावरा, रावटी, बाजना आदि केंद्रों पर भी कोविड वैक्‍सीनेशन की सुविधा निशुल्‍क उपलब्‍ध है।

   

खुशियों की दास्तां –

कोरोना काल के संकट में मिथुन को स्ट्रीट वेंडर योजना ने दिया मजबूत सहारा

रतलाम / मुख्यमंत्री स्ट्रीट वेंडर योजना ने कोरोना काल की संकट की घड़ी में रतलाम जिले के सैकड़ों छोटे-मोटे काम धंधा करने वाले व्यवसायियों को मजबूत सहारा दिया है । लॉकडाउन के संकट में काम, धंधे खत्म होने की स्थिति में जब दुबारा व्यवसायियों ने अपने व्यवसाय को जमाने की कोशिश की तो पूंजी की कमी सबसे बड़ी समस्या बन गई।

ऐसे आड़े वक्त में मुख्यमंत्री स्ट्रीट वेंडर योजना जिले के ताल के करवाखेड़ी रोड पर सब्जी का ठेला लगाने वाले मिथुन माली के काम आई। लॉकडाउन से पहले मिथुन का सब्जी का व्यवसाय बहुत अच्छा चल रहा था लेकिन लॉकडाउन लगने के बाद व्यवसाई बंद हो गया। परिवार के पालन पोषण का संकट खड़ा हो गया था, जैसे-तैसे समय निकाला। कोरोना काल के पश्चात जब मिथुन ने दोबारा अपनी ठेला गाड़ी को निकाला और सब्जी व्यवसाय के लिए बाजार में निकले तो मंडी से सब्जी खरीदने के लिए पास में पूंजी नहीं थी।

समाचार पत्रों में मुख्यमंत्री स्ट्रीट वेंडर योजना की जानकारी प्राप्त हुई तो नगर परिषद में पहुंचे जहां मिथुन का नाम योजना के हितग्राहियों में सम्मिलित किया गया। पहले 10 हजार रूपए का बगैर ब्याज का ऋण स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा मिला तो मिथुन को बड़ी खुशी हुई कि सब्जी मंडी में जाकर सब्जियां खरीदने हेतु जेब में रकम आ गई और उसकी दुकान भी पटरी पर आ गई। व्यवसाय में मेहनत के साथ फिर से कदम जमाए, सफलतापूर्वक गुजर बसर करते हुए स्ट्रीट वेंडर योजना का 10 हजार रूपए का ऋण भी समय पर चुका दिया तो दुबारा 20 हजार रूपए कार्य योजना के प्रावधान अनुसार मिथुन को प्राप्त हुए वह भी बगैर ब्याज के तो अब मिथुन ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। पूरी मेहनत और लगन के साथ सब्जी व्यवसाय को फिर से पटरी पर ले आए। आज मिथुन खुश हैं, परिवार में भी खुशहाली है। स्ट्रीट वेंडर योजना उनके लिए वरदान साबित हुई। मिथुन का मोबाइल नंबर 78984 56837 है।

चंपाबाई को प्रधानमंत्री आवास की सौगात मिली

रतलाम / प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में रतलाम जिले के आदिवासी क्षेत्रों में परिदृश्य को बदलकर रख दिया है। पहले जहां आदिवासी क्षेत्रों में कच्चे टापरे नजर आते थे, आदिवासी ग्रामीण कच्चे मकानों में मजबूरीवश जीवन बसर कर रहे थे। पक्के मकान उनके लिए सपना थे क्योंकि इतने पैसे नहीं होते थे कि पक्का मकान बना ले लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में रतलाम जिले के आदिवासी ग्रामीणों के सपने को सच कर दिया है, उनके पक्के मकानों का सपना साकार हो गया है।

जिले के आदिवासी बाहुल्य बाजना के ग्राम कुंदनपुर की रहवासी चंपाबाई का सपना भी प्रधानमंत्री आवास योजना ने साकार किया है। चंपाबाई के पति का काफी पहले देहांत हो चुका है, उनके दो बच्चे हैं। पति की मृत्यु पश्चात चंपाबाई मजदूरी करके जैसे-तैसे अपना जीवन यापन एवं दोनों बच्चों का पालन पोषण कर रही थी। कच्चा मकान होने के कारण से सभी मौसम में परेशानी का सामना परिवार को करना पड़ता था। पक्के मकान का सपना लेकर मन मसोस कर रह जाते हैं क्योंकि राशि कहां से लाते। परंतु जब प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के हितग्राहियों को ग्राम पंचायत द्वारा सूचीबद्ध किया जा रहा था तो पंचायत सचिव ने चंपाबाई का नाम भी सूचीबद्ध किया।

आवश्यक औपचारिकताओं की पूर्ति पश्चात चंपाबाई का प्रधानमंत्री आवास बनना प्रारंभ हुआ। विगत वर्ष 2022 में मकान निर्माण पूर्ण हो गया। चंपाबाई अपने दो बच्चों सहित अपने नवीन पीएम आवास में शिफ्ट हो गई। परिवार को कच्चे मकान से मुक्ति मिली, मौसमों की मार से मुक्ति मिली। परिवार बहुत खुश है, प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता है। चंपाबाई का मोबाइल नंबर 9039 66 1170 है।

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