कायाकल्प का निरीक्षण:टॉप-10 के आसार: आईसीयू मरीजों का फीडबैक, रिकॉर्ड में मिलेंगे अच्छे नंबर
रतलाम~~जिला अस्पताल में मंगलवार को कायाकल्प का फाइनल असेसमेंट हुआ है। टीम काे खुश करने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने तरह-तरह के जतन किए थे। इसमें अस्पताल प्रबंधन पास भी हो गया है। दरअसल, कायाकल्प दौरा खत्म होने के बाद दैनिक भास्कर ने टीम के मेंबर से विशेष चर्चा की है, जिसमें टीम मेंबर ने अस्पताल की व्यवस्थाओं को पिछले साल से अच्छा बताया है। आईसीयू, मरीजों का फीडबैक, रिकॉर्ड मेंटेनेंस को बेहतर कहा है।
हालांकि, जर्जर बिल्डिंग, स्टाफ के सही जवाब नहीं मिलने के नंबर भी कटेंगे। टीम मेंबरों ने अभी नंबर बताने से इनकार किया है। लेकिन, दौरे के बाद साफ है कि इस बार रतलाम टॉप-10 में आ सकता है। बता दें पिछली बार रतलाम प्रदेश में 12वें नंबर पर रहा था, 2021 में 10 वें नंबर पर, 2019 में रतलाम प्रदेश में तीसरे नंबर पर था। इस कारण अच्छी राशि नहीं मिली थी। इस बार टॉप -10 में आए तो अच्छी राशि मिलेगी।
इमरजेंसी वार्ड में कहा : ऑक्सीजन ओपनर छुपा कर मत रखें, सुरक्षित रखें
समय – दोपहर 12.45 बजे हाल – टीम इमरजेंसी वार्ड में घूम रही थी। इस दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर को देख डॉ. सौरभ मंडवारिया ने उसके ओपनर के बारे में पूछा। स्टाफ ने ओपनर को छुपा कर रखा था, ताकि गायब ना हो जाए। टीम ने सुरक्षित लेकिन, सामने रखने का कहा। ताकि इमरजेंसी में परेशानी ना हो। यहां नर्सिंग स्टाफ ने ज्यादातर सवालों के जवाब दे दिए। बॉटल में उपकरण रखे थे, लेकिन, बॉटल खराब थी। ऐसे में बदलने का कहा। मरीजों से भी चर्चा की।
एआरटी भवन को देखा… तो स्टाफ बोला : सर, ये भी टूटने वाला है समय – 1.20 बजे हाल – मुख्य ओपीडी से होते हुए टीम के मेंबर ब्लड बैंक की तरफ गए। सिविल सर्जन डॉ. आनंद चंदेलकर और कायाकल्प प्रभारी डॉ. रजत दुबे ने अस्पताल में होने वाले रिडेंसीफिकेशन के काम के बारे में बताया। पिछले हिस्से में तोड़फोड़ भी हो रही थी। एआरटी सेंटर, टीबी की तरफ टीम मेंबरों ने देखा तो स्टाफ ने बताया कि यह टूटने वाले हैं। टीम का निरीक्षण शाम 7 बजे तक जारी रहा।
आईसीयू के बाहर बोले : डस्टबिन पोस्टर के नीचे रखने के लिए कहा समय – दोपहर 12.40 हाल – आईसीयू के बाहर डस्टबिन पोस्टर के नीचे नहीं था, ऐसे में टीम मेंबर डॉ. जगदीश गेहलोत ने उसे सही रखने का कहा। वहां मौजूद कर्मचारी से फायर सेफ्टी सिलेंडर के बारे में पूछा। कर्मचारी ने सही जवाब दे दिया। आईसीयू का रिकॉर्ड भी देखा, जोकि व्यवस्थित था। ईसीजी का भी जायजा लिया। बाहर दीवार खराब होने के कारण टीम ने टोका भी।
ब्लड बैंक, लैब कर्मचारी हड़ताल पर, एक्सपर्ट जवाब नहीं मिले
इधर, जिला अस्पताल के सभी टेक्नीशियन अभी हड़ताल पर बैठे हुए हैं। इसका असर भी हुआ है। मंगलवार को जब टीम पहुंची तो उन्हें एक्सपर्ट जवाब नहीं मिल सके। दरअसल, लैब और ब्लड बैंक का ज्यादातर काम संभालने वाला स्टाफ ही हड़ताल पर है।