मासूम बच्चों और पत्नी की हत्या के आरोपित पति व दोस्त को भेजा जेल
मामला दो बच्चों व पत्नी की हत्या कर शव घर के बरामदे में गाड़ने का।
रतलाम। दीनदयाल नगर पुलिस ने अपनी दूसरी पत्नी व दो बच्चों की हत्या कर शव दोस्त की मदद से घर के बरामदे में गाड़ने के मामले में मुख्य आरोपित (रेलवे गैंगमैन) सोनू तलवाड़ी उर्फ सलमान व उसके दोस्त बंटी उर्फ जितेंद्र कैथवास को पुलिस रिमांड अवधि खत्म होने के बाद बुधवार को पुन: न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के आदेश दिए। इसके बाद दोनों को जेल भेज दिया गया।
उल्लेखनीय है कि रेलवे में गैंगमैन के पद पर पदस्थ 33 वर्षीय सोनू तलवाड़ी पुत्र राजेश तलवाड़ी निवासी विंध्यवासिनी कालोनी ने वर्ष 2009 में नगमा नाम की लड़की से शादी की थी। तब उसने अपना नाम सोनू उर्फ सलमान पुत्र राजेश उर्फ रहमत अली रख लिया था। शादी के कुछ समय बाद नगमा व उसके बीच विवाद बढ़ने पर नगमा अलग हो गई।
उसने न्यायालय में सोनू के खिलाफ भरण पोषण का केस भी लगाया था। उधर, सोनू ने वर्ष 2014 से प्रेमिका निशा बोरासी निवासी जावरा रोड को पत्नी बनाकर अपने साथ रख लिया था। निशा से उसे दो बच्चे (सात वर्षीय अमन व चार वर्षीय खुशी) थे।
सोनू व निशा के बीच बच्चों को स्कूल में एडमिशन दिलाने, पिता का दर्जा देने व अन्य बातों को लेकर विवाद होने लगे। डेढ़ माह पहले उनके बीच जमकर विवाद हुआ था। तब सोनू ने कुल्हाड़ी से दोनों बच्चों व निशा की हत्या कर दी थी। इसके बाद दोस्त बंटी उर्फ जितेंद्र पुत्र रमेश कैथवास निवासी सैलाना यार्ड को बुलाकर घटना बताई थी। इसके बाद मजदूरों को बुलाकर घर के सामने बरामदे में गड्ढा करवाकर तीनों शव दोस्त बंटी की मदद से गाड़ दिए थे।
21 जनवरी को पुलिस को किसी से सूचना मिली कि सोनू की पत्नी व बच्चे नहीं दिख रहे है। पुलिस ने 22 जनवरी को सोनू को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने तीनों की हत्या कर दोस्त की मदद से शव गाड़ना बताया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों के शव गड्ढे से निकलवाकर पोस्टमार्टम करवाए थे। वहीं बंटी को भी गिरफ्तार कर लिया था। दोनों को 23 जनवरी को न्यायालय में पेश किया था। न्यायालय ने दोनों को 25 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर रखने के आदेश दिए थे।