रतलाम.~~ धामनोद के समीपी गांव दिवेल में गत 26 जनवरी की शाम को हुए विवाद के बाद मंदिर में जूते सहित घुसकर मारपीट करने वाले मुख्य आरोपी मुश्ताक पिता शेरखान के मकान पर रविवार को प्रशासन ने जेसीबी चला दी। पूरे मकान को नेस्तानाबूत कर दिया गया। अन्य आरोपियों के मकानों की भी नपती की जा चुकी है। आगामी दिनों में इन पर भी कार्रवाई की जा सकती है। हालांकि इस तरह की कार्रवाई पर अधिकारी स्पष्ट रूप से कोई जवाब नहीं दे रहे हैं। कार्रवाई के दौरान एसडीएम कृतिका भीमावत, एसडीओपी इडला मौर्य, टीआई अय्यूब खान, नायब तहसीलदार बीएस ठाकुर सहित थाने का पुलिस बल मौजूद रहा।
कार्रवाई के दौरान प्रवेश प्रतिबंधित
गांव में रविवार को मुश्ताक के मकान को तोडऩे की कार्रवाई के दौरान पुलिस और प्रशासन के अलावा किसी अन्य के भी वहां जाने पर प्रतिबंध लगाया हुआ था। रास्ते पर बेरिकेड्स लगाकर पुलिस जवानों को तैनात किया हुआ था। फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी को लेकर भी मनाही की गई थी। मंदिर के आसपास और गांव के चौराहों पर भी लोगों के एकत्रित होने पर रोक लगाई गई है।
यह था घटना क्रम
गांव के सार्वजनिक राम मंदिर और मठ महादेव मंदिर के मुख्य पुजारी कैलाशचंद्र पिता कन्हैयालाल शर्मा के अनुसार 26 जनवरी की शाम को वे मठ मंदिर में पूजा और आरती करके राम मंदिर में पूजा करने आए थे। आरती करने करने के दौरान गांव के तीन युवक शेरसिंह, लाला पिता कमलसिंह और अनिल पिता बालाराम दौड़़ते हुए मंदिर में आए और इनमें से दो ने घंटिया बजाना शुरू कर दिया और एक ने टीवी चालू की थी। फिर सभी आरती में शामिल हो गए। इस समय मुख्य पुजारी की पत्नी चंदाबाई भी मंदिर में ही मौजूद थी।
आरती के पश्चात सभी को आरती दी गई। इसी दौरान मुश्ताक दौड़ते हुए मंदिर में घुसा और इनके साथ मारपीट करने लगा। उसे बाहर निकालकर दरवाजा लगाते लेकिन उसने पैर से मारकर दरवाजा खोल दिया। मुश्ताक जूते सहित मंदिर में घुस आया था। मारपीट और झूमाझटकी के दौरान चंदाबाई नीचे गिर गई और उन्हें ठोढ़ी में चोंट आई। यह घटना मंदिर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद है और इस समय शाम के 7.20 हो रहे थे। बाद में कुछ लोग और मुंह पर कपड़ा बांधकर आए और मारपीट की।