झाबुआ

स्कूल चलो अभियान शुरू होने के बाद भी कई स्कूलों में पड़े हैं ताले

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झाबुआ- एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद झाबुआ में स्कूल चलें अभियान की शुरुआत करने पहुंचे, तो वहीं यहां के कई सरकारी स्कूलों के शिक्षक घर पर आराम फरमाते रहे और स्कूलों के ताले भी नहीं खुले. प्रदेश में जहां आज स्कूल चलें अभियान की शुरुआत की गई, वहीं झाबुआ के कई स्कूलों के ताले नहीं खुले. आज स्कूल का पहला दिन होने के बावजूद कई स्कूल नहीं खुले. ग्रामीण अंचलों के कई स्कूलों में शिक्षकों का नहीं पहुंचना इस अभियान की सफलता पर प्रश्नचिन्ह लगाता दिख रहा है.


स्कूल के नहीं खुले ताले.

झाबुआ जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर महुडी डूंगरी प्राथमिक शाला में ना तो शिक्षक थे और ना ही छात्र. आलम ये था कि स्कूल के ताले भी नहीं खुले थे. कुछ यही हालात पिपली पाड़ा प्राथमिक स्कूल का था,जहां पर स्कूल के ताले तो खुल गए थे लेकिन वहां परछोटे बच्चों से स्कूलों में झाड़ू लगवाई जा रही थी. स्कूलों में जहां पर बच्चों को तिलक लगाकर प्रवेश उत्सव मनाया जाना चाहिए था वहां बच्चों से झाड़ू लगवाई जा रही थी

वही दूसरी ओर जिला मुख्यालय से 7 किलोमीटर दूर विजया डूंगरी प्राथमिक स्कूल में 3 में से 2 शिक्षक ही पहुंचे थे. यहां 92 बच्चों में से महज 16 बच्चे ही स्कूल आये. जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में न तो प्रवेश उत्सव मनाया गया और ना ही बच्चों का तिलक लगाकर स्वागत किया गया.

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