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आत्मविश्वास के साथ करती है राधाबाई अपने गांव की नल जल योजना का संचालन

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आत्मविश्वास के साथ करती है राधाबाई अपने गांव की नल जल योजना का संचालन

रतलाम / आज के युग में महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में आगे आकर अपनी पहचान बना रही है। रतलाम जिले के रामपुरिया गांव की राधाबाई ने भी अपने कार्य से अपनी पहचान बनाई है। 45 वर्षीय जनजाति महिला राधाबाई अपने गांव की नल जल योजना का पूर्ण आत्मविश्वास के साथ संचालन कर रही है।

अपने गांव में जल प्रदाय के लिए राधाबाई सुबह 5.00 बजे उठकर खड़ी हो जाती है। रामपुरिया गांव में 1 वर्ष पूर्व लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जल जीवन मिशन से नल जल योजना का क्रियान्वयन किया गया था। काम पूरा होने के पश्चात गांव में नियमित रूप से प्रत्येक घर को जलापूर्ति हो रही है। नियमित जलापूर्ति का बड़ा श्रेय राधाबाई मारीवार को जाता है। सुबह जल्दी उठकर राधाबाई अपने घर से लगभग आधा किलोमीटर दूर लगे नलकूप की मोटर चालू करके पानी टंकी में चढाती है। टंकी भर जाने के पश्चात अगला कार्य होता है गांव में एरियावार का वाल्व चालू करने का। जिस एरिया का वोल्व चालू होता है वहां जलापूर्ति होती है। उसके बाद अगले एरिया के वाल्व को चालू किया जाकर जल प्रदाय किया जाता है। गांव में 200 से अधिक नल कनेक्शन है जिनको नौ अलग-अलग वाल्व के माध्यम से जल प्रदाय किया जाता है।

राधाबाई अपने गांव की जल प्रदाय व्यवस्था को बखूबी संभालती है। वे अपना कार्य पूरी उत्साह और मेहनत के साथ करके नारी शक्ति की मिसाल कायम करती है। विगत 1 वर्षर्ं से राधाबाई अपने गांव की नल जल योजना का सफल संचालन कर रही है। इस कार्य में उनके परिवार का पूरा सहयोग रहता है। नल जल योजना में तकनीकी रूप से कोई समस्या आने पर मरम्मत एवं अन्य कार्यों को भी राधाबाई द्वारा पूर्ण मेहनत के साथ समय सीमा में कराया जाता है। राधाबाई को उनके कार्य के लिए अभी गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित भी किया गया है।

केवल राधाबाई ही नहीं बल्कि रामपुरिया गांव की अन्य महिलाएं भी कर्मठता और इच्छाशक्ति की मिसाल है। जब गांव में पानी की समस्या थी तब गांव में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के जिला जल सलाहकार श्री आनंद व्यास द्वारा ग्रामीणों को जनभागीदारी योजना की जानकारी दी थी तब लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जनभागीदारी योजना से ग्रामों में नल जल योजना का क्रियान्वयन किया जाता था। रामपुरिया गांव की नल जल योजना स्टीमेट 80 लाख रूपए का बना था जिसके लिए 1 प्रतिशत राशि जनभागीदारी के रूप में ग्रामीणों को देना थी। यह बीड़ा भी रामपुरिया की महिलाओं ने उठाया था।

उन्होंने मात्र 7 दिन में 80 हजार रूपए जनभागीदारी राशि एकत्र कर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को सौंप दी थी। इसके लिए महिलाओं ने अपनी बचत के अलावा घर-घर जाकर राशि एकत्र की थी, इसी दौरान जल जीवन मिशन के आ जाने से रामपुरिया में भी मिशन के अन्तर्गत नल जल योजना का क्रियान्वयन किया गया। महि

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