आफ़त की ओलावृष्टि~~सर्दी के असर से होगी ये फसल प्रभावित
रतलाम। पश्चिमी विक्षोभ का असर जिले के ग्रामीण अंचल में देखने को मिला। देर रात पिपलौदा विकासखंड के के करीब आधा दर्जन से अधिक गांवों में फसलें आड़ी पड़ गई, जिससे किसानों के चेहरों पर फिर चिंता की लकीरे खिंचने लगी है। मौसम विभाग के अनुसार 3 फरवरी तक ऐसा ही मौसम रहना का अनुमान~~सुखेड़ा, सरवन, रियावन, रानी गांव, बछोडिय़ा, मावता, रणायरा, रिछादेवड़ा, सेमलखेड़ी, झातला, भाकरखेड़ी, माऊखेड़़ी में हल्की ओलावृष्टि हुई। जिससे अलसी और गेहूं की फसल आड़ी पड़ गई। रतलाम, रावटी, शिवगढ़, सिखेड़ी सर्द हवा के कारण दिन भर आसमान पर बादल छाये रहे।
दिन पारा ६ डिग्री लुढ़का, पिपलौदा में 2 मिमी बारिश
सर्द हवा के कारण दिन का तापमान सोमवार को 6 डिग्री तक लुढ़क गया। मौसम प्रेक्षक महेशकुमार शर्मा के अनुसार दिन का पारा 6.0 डिग्री सेल्सियस की गिरावट का साथ 23.2 डिग्री पर पहुंच गया। इसी प्रकार रात के तापमान में आंशिक बढ़ोतरी दर्ज की गई। 10.2 डिग्री सेल्सियस से चढ़कर 12.2 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। पिपलौदा विकासखंड में रविवार की रात 2 मिमी बारिश दर्ज की गई।
सुखेड़ा में आफ़त की बर्फबारी, किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीर
सुखेड़ा. रविवार की रात 12 बजे बाद आफ़त की बर्फ़ और बारिश ने किसानों की निंद उड़ा दी। आकाश से अंटी आकार की बर्फ गिरने और आधे घंटे हुई बारिश से पूरे वातावरण में ठंडक घुल गई। गटरों का गंदा पानी सड़क पर बहने लगा। कृषक रतन लाल, हीरालाल ने बताया कि सुबह खेतों में देखा तो खड़ी गेहूं, सरसों, चना, अलसी व मेथी की फसल आड़ी पडऩे से नुकसान हुआ है। सोमवार को सुबह घर से बाहर निकले तो सामने जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत बिछाई गई पाइप लाइन की जगह ठेकेदार ने सीसी निर्माण नहीं करने से किचड़ ही किचड़ हो गया। वार्ड नंबर 6 व 7 में पैदल चलना मुश्किल हो गया। ग्राम में विगत एक वर्ष से नल जल मिशन योजना अंतर्गत टंकी निर्माण से लेकर गांव में पीवीसी पाइप लाइन बिछाई जा रही है, पर यह कार्य कछुए की चाल से होने के कारण गांव के लोग परेशान हो रहे हैं।
सरवन व आसपास के क्षेत्र में गिरे ओले
सरवन. सैलाना विकासखंड के ग्राम सरवन, कुंडा, गरेटी, बावड़ीखेड़ा में रात को डेढ़ घंटे तक मावठे की बारिश हुई। इससे पानी सड़कों पर बह निकला। इस दौरान मक्का के दाने के आकार के ओले भी गिरे है। सुबह चार बजे के आसपास बूंदाबांदी हुई। ग्राम कुंडा के सरपंच कृषक राकेश मईड़ा तथा पृथ्वीराज सिंह शक्तावत ने बताया कि ओलों के साथ बारिश गिरने से गेहूं की फसल आड़ी पड़ गई है। इससे नुकसान की संभावना है।
सर्दी के असर से होगी ये फसल प्रभावित
रतलाम। इस साल रबी सीजन में गेहूं की फसल लहलहा रही है। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि जिन किसानों ने अक्टूबर माह में फसल लगी थी, लेकिन लगातार मौसम में गर्मी बने रहने के कारण सर्दी का असर कम रहा। इस कारण करीब 25-30 प्रतिशत फसल उत्पादन पर फर्क पड़़ेगा। नवंबर की गेहंू फसल पर जनवरी में लगातार सर्दी अपना असर दिखा रही है, इस कारण अच्छे उत्पादन की उम्मीद है।