भाजपा का युवा नेता विवेक पोरवाल हिरासत में:ग्वालियर पुलिस पूछताछ के लिए ले गई साथ; पहले फैली थी अपहरण की सूचना
जावरा~~भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता विवेक पोरवाल को शुक्रवार दोपहर ग्वालियर पुलिस अपने साथ ले गई। पहले उनके अपहरण की खबर फैली, लेकिन बाद में पुलिस ने कंन्फर्म किया कि ग्वालियर पुलिस एनडीपीएस के किसी मामले में पूछताछ के लिए उन्हें अपने साथ ले गई हैं। स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि ग्वालियर पुलिस ने उन्हें डोडाचूरा के मामले में सह आरोपी बनाया है।
विवेक पोरवाल भारतीय जनता पार्टी रतलाम जिले सांस्कृतिक प्रकोष्ठ में जिला संयोजक के पद पर दायित्व है, शुक्रवार दोपहर को भी ढूंढ में अपने घर दुकान के बाहर खड़े थे तभी अचानक कुछ लोग आए और उन्हें अपने साथ ले जाने लगे। ऐसे में सोशल मीडिया पर उनके अपहरण की सूचना। जब पड़ताल हुई तो पता चला ग्वालियर पुलिस उन्हें अपने साथ ले गई। जाते-जाते स्थानीय पुलिस को सूचना देकर गई हैं कि पूछताछ के लिए ले गए हैं। एसडीओपी रविंद्र बिलवाल ने बताया कि पहले जरूर उनके अपहरण की सूचना मिली थी, लेकिन बाद में ग्वालियर पुलिस ने हमें सूचना दी है कि एनडीपीएस के किसी मामले में पूछताछ के लिए इन्हें लेकर रवाना हुए हैं। अभी इस मामले में और जानकारी जुटाई जा रही हैं।
एक साल पहले बने जिला संयोजकविवेक पोरवाल (38) अपने पिता प्रहलाद पोरवाल (पिल्लू सेठ) के दिवंगत होने के बाद सक्रिय राजनीति में शामिल हुआ था। विवेक एक वर्ष ही पहले भाजपा के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक बना है। गुरुवार को उन्होंने भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कानसिंह चौहान के जन्मदिन समारोह का प्रबंधन किया था। शुक्रवार को भी सुबह कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत के हाटपिपलिया अष्टापद तीर्थ पर आयोजित समारोह में जाने की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच ग्वालियर की पुलिस उन्हें अपने साथ ले गई।
सीएम रहते पोरवाल के घर आई थी उमा भारती
विवेक के पिता प्रहलाद उमा भारती के खास थे। उमा भारती मुख्यमंत्री रहते उनके निवास पर भी आई थी। विवेक एबीवीपी के माध्यम से छात्र राजनीति व युवा मोर्चा में भी सक्रिय रहा है। जावरा के समीप ढोढर में पुलिस चौकी के समीप ही उसका निवास व पैतृक दुकान है। जावरा में भी चौपाटी पर कार्यालय बना रखा है। प्राॅपर्टी व्यवसाय सहित अन्य कामों में विवेक सक्रिय है। फोरलेन से जब भी कोई भाजपा नेता निकलता विवेक ढोढर या जावरा में उसके लिए स्वागत मंच लगाता है।
मेरी सहमति से नहीं दिया पद
भाजपा रतलाम जिलाध्यक्ष राजेंद्र सिंह लुनेरा ने बताया कि उन्हें भी सोशल मीडिया से पता चला हैं, इसलिए ज्यादा जानकारी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि विवेक पोरवाल की नियुक्ति के लिए उन्होंने सहमति नहीं दी थी। वे किसकी सहमति से सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक बने इसकी जानकारी नहीं हैं।