रतलाम/ जिला स्तरीय जनसुनवाई मंगलवार को कलेक्टर सभाकक्ष में संपन्न हुई। इस दौरान कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी तथा अन्य अधिकारियों द्वारा 78 आवेदनों पर सुनवाई करते हुए संबंधित विभागों को निर्देश जारी किए गए।
जनसुनवाई के दौरान नवीन यादव, अशरार हुसैन, शाहबाद सिद्दिकी ने बताया कि उक्त सभी प्रार्थी इंदौर की एक निजी कम्पनी के रतलाम स्थित कार्यालय में कार बेचने का कार्य करते थे परन्तु नियोक्ता द्वारा तीनों का वेतन रोक लिया गया है। जब नियोक्ता से बात करनी चाही तो उनके द्वारा कहा गया कि तुम लोगों द्वारा टारगेट पूरा नहीं किया गया है, इसलिए तुम लोगों को वेतन नहीं मिलेगा, जबकि नियुक्ति के समय ऐसा कोई अनुबंध नहीं हुआ था। अतः नियोक्ता कम्पनी से वेतन दिलवाया जाए। आवेदन संबंधित विभाग को निराकरण के लिए भेजा गया है।
ग्राम बेरछा निवासी गंगाराम ने आवेदन देते हुए बताया कि प्रार्थी विगत 10 वर्ष से ग्राम बेरछा में निवास कर रहे हैं तथा उनके पास कोई भूमि व पट्टा भी नहीं है। प्रार्थी की आर्थिक स्थिति दयनीय होने से मकान निर्माण करने में असमर्थ है। अतः प्रार्थी को पट्टा दिया जाए। आवेदन निराकरण के लिए तहसीलदार रतलाम ग्रामीण को प्रेषित किया गया है।
ग्राम बिलपांक में रहने वाले रतनलाल ने जनसुनवाई में आवेदन देते हुए बताया कि प्रार्थी की कृषि भूमि ग्राम बिलपांक में स्थित है जिस पर प्रार्थी द्वारा कृषि कार्य किया जाता है। प्रार्थी द्वारा उक्त भूमि की नपती के सम्बन्ध में कई बार आवेदन किए गए परन्तु आज दिनांक तक भूमि की नपती नहीं की गई है। प्रार्थी को धमकाने के साथ ही कई बार फसल नष्ट की जाकर प्रार्थी को भूमि से बेदखल करने का प्रयास किया गया है। अतः भूमि पर कब्जा करने का प्रयास करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ उचित कार्यवाही करते हुए प्रार्थी को न्याय प्रदान किया जाए। आवेदन निराकरण के लिए तहसीलदार ग्रामीण को भेजा गया है।