10 व 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के मूल्याकंन में कड़े होंगे अनुशासन, CCTV से अधिकारी रखेंगे पैनी नजर -CCTV की निगरानी में होगा बोर्ड परीक्षाओं की कांपियों का मूल्याकंन
रतलाम–रतलाम। इस बार माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 10 व 12वीं की परीक्षा के बाद बोर्ड एक नया प्रयोग करने जा रहा है। हर बार बोर्ड परीक्षा की कॉपी जांच के दौरान कड़े अनुशासन होते है, उनका कितना पालन किया जाता है इसको अधिकारी भोपाल में बैठकर ही तीसरी आंख सीसीटीवी कैमरे से नजर रखेंगे। जिले के मूल्यांकन केंद्र उत्कृष्ट स्कूल व रेलवे स्कूल में यह कैमरे लगाए जाएंगे। जिले में कॉपी की जांच करने वाले सेंटर पर सीसीटीवी कैमरे उपलब्ध कराने से लेकर इनको लगवाने की जिम्मेदारी माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड ही उठाएगा। कॉपी जांच के लिए केंद्र बोर्ड ने तय कर लिए है। इन केंद्र पर कॉपी की जांच करने वाले व्याख्याता को समय से 30 मिनिट्स पहले आना होता है। यहां मोबाइल लेकर कोई नहीं जा सकता, कॉपियां रखने के लिए स्ट्रांग रुम बनाया जाता है। इनकी रक्षा के लिए 5 सुरक्षा गार्ड, अग्निशमन यंत्र रहता है।
इसलिए सीसीटीवी का उपयोग
भले मोबाइल ले जाने व उपयोग पर रोक हो, लेकिन यह देखने में आता है कि मूल्यांकनकर्ता अपने साथ न सिर्फ मोबाइल ले जाते है, बल्कि साथ में पाउच-गुटखा भी लेकर जाते है। इसके अलावा आधी अधूरी कॉपी की जांच होने के पहले ही उठकर यहां वहां कुछ देर के लिए निकल जाते हैं।
परीक्षा अनिवार्य, शिक्षकों के अवकाश मंजूर नहीं
कॉपी जांच के लिए वरिष्ठ व्याख्याताओं को लगाया जाता है। एमपी अनिवार्य सेवा संधारण ओर विच्छिनता निवारण अधिनियम 1979 के अंतर्गत हायर सेकेंडरी व हाई स्कूल परीक्षा को अनिवार्य सेवा में घोषित किया हुआ है। ऐसे में ड्यूटी पर लिए गए शिक्षक अवकाश नहीं ले सकते है। इसके बदले शिक्षक को कॉपी जांचने अलग से राशि मिलती है। कॉपी जांचने का कार्य एक माह तक चलता है व कॉपी की संख्या के आधार पर जांच करने वालों की ड्यूटी लगाई जाती है।
बोर्ड को ही करना है
केसी शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी, रतलाम का कहना है कि परीक्षा के बाद मूल्यांकन के दौरान कॉपियों की जांच के लिए केंद्र में सीसीटीवी कैमरे बोर्ड से ही लगाया जाना है। इस संबंध में सूचना मिल गई है।