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रतलाम की इस बेटी पर नाज, बढ़ाया राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश और भारत का मान

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रतलाम की इस बेटी पर नाज, बढ़ाया राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश और भारत का मान

– हर क्षेत्र में अग्रणी रतलाम की बेटी सीए मयूरी चोरड़िया

रतलाम। रतलाम की बेटी सुश्री सीए मयूरी चोरड़िया अभी ब्रिटेन की नागरिक होकर विगत करीब 14 वर्षो से ब्रिटेन (लंदन) में कार्यरत है। वह सनराइज फाइनेंशियल लिमिटेड की मैनेजिंग डायरेक्टर है। उनकी कंपनी अंतराष्ट्रीय स्तर पर, आडिट, अकाउंटिंग, एश्योरेंस और फाइनेंशियल रिस्क एडवाइजरी की सर्विसेस प्रदान करती है। करीब 21 वर्षो से वह बीएफएसआई सेक्टर में कार्यरत है और एक ग्लोबल ट्रांसफॉर्मेशनल लीडर के रूप में आज न केवल रतलाम बल्कि मध्यप्रदेश और पूरे देश का नाम रोशन कर रही है। वह एक इंवेस्टमेंट बैंकर और ट्रेडर भी रही हैं। उनके मुख्य क्लाइंट, विश्व के टॉप इंवेस्टमेंट बैंक एवम फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशनस है। एक अन्तर्राष्ट्रीय लेखक भी है तथा बहुमुखी प्रतिभा की धनी है।
पच्चीस से भी अधिक देशों का किया है भ्रमण
उन्होने पूरे विश्व के मुख्य देश, करीब 25 से भी अधिक देशों का भ्रमण किया है। इनका कहना है की भारत जैसा देश पूरे विश्व में नही है। भारत की विविधता, संस्कृति, और इतिहास अत्यंत गौरवशाली और अतुलनीय है तथा मालवा जैसा खान पान और जलवायु की तुलना कही भी नही हो सकती। मयूरी कंजर्वेटिव राजनीतिक पार्टी की सदस्य है जिसके ऋषि सुनक प्रधानमंत्री है।
चोरड़िया अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई धार्मिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक, अध्यात्मिक, वैज्ञानिक और कलात्मक, संस्थाओं से जुड़ी हुई है और भिन्न पदों पर आसीन होकर, यथा संभव अपना योगदान प्रदान करती है। आर्टिस्ट होकर, एक्टिंग/मॉडलिंग में भी रुचि रखती है व राजनीति के साथ साथ एक बढ़िया शेफ भी है और सभी ग्रहकार्यो में निपुण होकर कुशल ग्रह संचालन की योग्यता भी रखती है।
अप्रवासी भारतीय सम्मेलन में शामिल
फ्रेंड्स ऑफ मध्य प्रदेश यूके चैप्टर के सदस्य होने के कारण उन्होंने बताया कि यूके में मध्य प्रदेश के करीब 5000 परिवार रहते हैं जिसमें से 500 से अधिक परिवार उनसे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं। सभी लोग विभिन्न व्यवसाय और करियर से जुड़े हुए हैं अभी प्रवासी भारतीय दिवस, पीबीडी 2023 इंदौर में करीब 75 लोगों के डेलिगेशन के साथ वह लोग आए थे और इंदौर से लंदन तक की डायरेक्ट फ्लाइट चलाने के लिए, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया तथा अन्य मंत्रीगणों से भी चर्चा की। उन्होंने 3 I स्कीम के अंतर्गत, इन्वेस्टमेंट, इनोवेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर से संबंधित कई योजनाओं पर चर्चा की जिससे कि मध्यप्रदेश को विकसित किया जा सकें।
धर्म से जुड़ाव
वह हमेशा ही धर्म को बढ़ावा देने के लिए तथा धर्म के संरक्षण के लिए तत्पर रहती हैं। वह अपने बचपन से ही जैन धर्म से जुड़ी हुई है । अपने धर्म के प्रति उनका अटूट लगाव है। वह 16 वर्ष की उम्र में दीक्षा भी लेना चाहती थी। उन्होंने करीब 9 साल तत्वज्ञान और स्वाध्याय का अध्ययन किया है। अपनी आध्यात्मिक यात्रा के दौरान उन्होंने, ओरा (Aura) रीडिंग, रेकी, प्रिडिक्शन, मेडिटेशन आदि भी सीखा। इसलिए भगवान महावीर के सिद्धांत को जीवन में ढालने के लिए पूरा पूरा प्रयास करती है उनका कहना है कि उनका भगवान से अटूट रिश्ता है और एक वही सच्चा रिश्ता होता है। उनका कहना है कि अगर जीवन में सफल होना है तो भगवान के साथ अपनी पार्टनरशिप करके चले और हमेशा भगवान को अपने साथ में रखें इससे आप कभी भी अपने कर्तव्यपथ से
डगमगाएंगे नहीं। जीतो यूके का उद्देश्य है की सभी का विकास हो और धर्म का संरक्षण किया जाए। जैन हिंदू धर्म का पूरे विश्व में प्रचार-प्रसार हो और हमारी संस्कृति का महत्व प्रत्येक व्यक्ति को समझाया जाए।
ICAI UK इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया यूके चैप्टर की भी है सदस्य
वह ICAI India की सदस्य तो है ही तथा ICAI UK की भी सदस्या है। वहां पर होने वाली गतिविधियों में उनका काफी योगदान है। वहा कई तरह के व्यवसायिक और प्रोफेशनल सेमिनार आयोजित होते रहते हैं जिसमें वह एक स्पीकर के रूप में भी भागीदारी करती हैं और उनकी अनेक व्यवसाय में और प्रोफेशनल सर्विसेस में सक्रिय भागेदारी और साझेदारी है वह प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग से लेकर के स्टार्टअप फंडिंग तक का भी काम करती है। पूरे भारत देश के चार्टर्ड अकाउंटेंटस जो यूके में रहते हैं वह ICAI यूके से कनेक्टेड है।
इनसे भी जुड़ाव
रोटरी इंटरनेशनल, जैन सोशल ग्रुप, महावीर फाउंडेशन, श्रीमद रजचंद्र मिशन धरमपुर, जैन विश्व भारतीय,अक्षय पात्रा, ग्लोबल इंडियंस, ग्लोबल अलायंस, इंस्टिट्यूट ऑफ जैनोलॉजी लंदन, वन जैन, ओसवाल जैन यूके, लायंस क्लब, जैसी विश्व व्यापक और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से जुड़ी हुई हैं और विभिन्न पदों पर है।
राष्ट्रीय और अंतराराष्ट्रीय स्तर पर अवार्ड
मयूरी ने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, साहित्यक, कलात्मक व्यापारिक क्षेत्र में, कई तरह के अंतर राष्ट्रीय अवार्ड और सम्मान प्राप्त किए हैं। एकेडमिक में हमेशा टॉप पर रही और अकाउंट में 93% मार्क्स लाकर के अवार्ड प्राप्त किया तथा इकोनॉमिक्स में 97% मार्क्स लाकर के यूनिवर्सिटी का गौरव बढ़ाया। हमेशा स्कॉलर होने के साथ-साथ संगीत, नृत्य, कला तथा वाद विवाद जैसी कई तरह की प्रतियोगिताओं में बचपन से ही भाग लेती रही। उन्होंने क्लासिकल कत्थक नृत्य भी सीखा है और विगत वर्ष में, उन्होंने स्वयं की आवाज में भक्तांमर के एल्बम भी निकाल कर के यूट्यूब पर रिलीज किया। उन्होंने बताया कि भक्तांमर के लिए उन्होंने 7 साल का रियाज किया और उसे संस्कृत में गाना सिखा। वह अत्यंत ही हार्ड वर्कर है और कभी भी कठिन परिश्रम करने से घबराती नहीं है। उनका कहना है की सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है, स्थाई सफलता केवल और केवल परिश्रम के द्वारा ही प्राप्त की जा सकती है। आप जीवन में जो भी करें अपने इंटेंशन अच्छे रखें क्योंकि नेक इरादों से ही व्यक्ति सफल होता है।
फिटनेस पहली प्राथमिकता
फिटनेस उनकी प्रथम प्राथमिकता है और उनका कहना है की निरोगी काया ही सबसे बड़ा सुख है। वह प्रत्येक दिन कम से कम 20 मिनट जिम में एक्सरसाइज करने में व्यतीत करती है और उनका मोटो है कि फिट बॉडी इज अ फिट माइंड तथा फिटनेस ऑलवेज फर्स्ट जो की आज की युवा पीढ़ी के लिए बहुत आवश्यक है। इसकी निरंतरता को जीवन में बनाए रखना आवश्यक है।
प्रारंभिक जीवन
सुश्री मयूरी चोरड़िया का जन्म रतलाम में ही हुआ इसीलिए उन्हें देश तथा विदेश में मालवा की बेटी के नाम से जाना जाता है। उनके पिता पवन कुमार चोरड़िया और माताजी श्रीमती निर्मला चोरड़िया है जो कि वर्तमान में आदर्श कल्याण नगर,रतलाम में निवासी हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा रतलाम के ही कान्वेंट स्कूल से हुई। उन्होंने दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ही सीए का कोर्स ज्वाइन किया और आगे की पढ़ाई करने के लिए वह रतलाम से बाहर गई। उसके बाद वह इंदौर तथा मुंबई में रही। भारत देश के अनेक शहरों में बेंगलोर, नासिक, दिल्ली, हैदराबाद तथा मद्रास अनेक जगह पर रही। निरंतर संघर्ष करके और सभी विपरीत परिस्थितियों को दरकिनार करके स्वयं को मुंबई में इंटरनल ऑडिटर के रूप में स्थापित किया और मल्टीनेशनल कंपनी में इंटरनल ऑडिटर के रूप में ज्वाइन होकर विदेश भ्रमण की यात्रा शुरू की और ऑडिटर के रूप में वह लंदन गई तथा वहां स्वयं को स्थापित किया। अपने लक्ष्य के प्रति अडिग रहकर जो सफलता प्राप्त की है वह वास्तव में प्रशंसनीय हैं। उनका पूरा अनोखा व्यक्तित्व हम आगे आने वाली किताबों में तथा उनकी बायोग्राफी में पढ़ सकेंगे।
बढ़ाया सम्मान
मध्यप्रदेश हिंदी लिटरेचर फेस्टिवल, नर्मदा साहित्य मंथन, में अंतरराष्ट्रीय अतिथि व लेखक के रूप में शामिल होकर बढ़ाया मालवा क्षेत्र का सम्मान बढ़ाया है। गत 23 जनवरी 2023 नर्मदा साहित्य मंथन के नाम से होने वाले साहित्यिक महापर्व में मध्यप्रदेश साहित्यिक निदेशक डा.विकास दवे ने मालवा की बेटी सुश्री मयूरी चोरड़िया का परिचय देते हुए स्वागत किया। उन्होंने बताया कि वैसे तो मयूरी जी ब्रिटेन में रहती है और विगत कई वर्षों से सीए प्रोफेशन में कार्यरत है, तो उनका अंग्रेजी बोलना तो स्वाभाविक है ही लेकिन हिंदी और संस्कृत पर भी इनका काफी कमांड है। इस कार्यक्रम में साहित्य जगत के वरिष्ठ लोग शामिल थे। सुश्री मयूरी ने अपनी किताब *ए जिंदगी, कुछ हकीकत कुछ ख्वाब* को उपहार के स्वरुप श्री प्रफुल्ल जी केतकर को मंच पर भेंट किया तथा अपनी आने वाली मोटिवेशनल किताब *Life is a game* के बारे में भी बताया।

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