रतलाम। यह बात अलग है कि मध्यप्रदेश के गांव-गांव शहर में विकास कार्यों को लेकर सरकार विकास यात्रा कर पहुंची रही है, लेकिन रतलाम जिले में महिला बाल विकास विभाग की आंगनवाड़ी भवन जर्जर होकर दम तोड़ रहे हैं। यहां पहुंचने वाले नौनिहालों का जीवन पर अब हर दिन खतरा मंडराता रहता है। समीपस्थ ग्राम धौंसवास का शासकीय आंगनवाड़ी भवन पूरी तरह जर्जर हो चुका है, जर्जर भवन कभी भी हादसे का कारण बन सकता है।
भवन जर्जर, गिरने की कगार पर
मिली जानकारी के अनुसार 2011 में नवीन आंगनवाड़ी भवन बनाया गया था, हालात यह है कि बारिश में टपकती है तो उपर बरसाती डालना पड़ता है। जर्जर अवस्था के संबंध में दो-तीन बार विभाग की लिखकर दे रखा है। वैसे महिला बाल विकास विभाग की ओर से पिछले माह विभागीय अधिकारियों ने 8-8 हजार रुपए आंगनवाड़ी के रंगरोगन और सुधार के नाम पर कार्यकर्ताओं के खाते में डाले थे, लेकिन शहर समीपस्थ ग्रामों में ऐसे कई आंगनवाड़ी भवन है जो जर्जर होकर गिरने की कगार पर खड़े हुए है।
यहां भी हालत खराब
– ईटावामाताजी का आंगनवाड़ी भवन जर्जर अवस्था में खड़ा है, दूसरा भवन नहीं होने के कारण आंगनवाड़ी ओटले पर लगती है।
– ग्राम सनावदा की आंगनवाड़ी केंद्र पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। दीवारों में दरारे पड़ी हुई है तो बच्चों को अंदर बैठने तक की जगह नहीं है।
– दंतोडिय़ा की आंगनवाड़ी भवन पूरी तरह जर्जर हो चुका है। केंद्र पर बैठने तक की व्यवस्था नहीं है, इसलिए समीप के स्कूल में आंगनवाड़ी संचालित होती है।
प्रांकलन बनाकर भेजे हैंआंगनवाड़ी भवन के लिए प्रांकलन तैयार करके पहुंचा रहे हैं। जावरा में दस का प्रांकलन भेजा था, उसकी राशि आ गई और कार्य पूर्ण होने की स्थिति में है। रतलाम ग्रामीण में भी 10 भवन के प्रांकलन भोपाल पहुंचा रखे हैं।
रजनीश सिन्हा, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला बाल विकास विभाग, रतलाम