रतलाम जिसे ऐतिहासिक रूप से रत्नापुरी के रूप में जाना जाता है. यह भारत के मध्य प्रदेश राज्य में मालवा क्षेत्र के उत्तर-पश्चिमी भाग में एक शहर और जिला है. रतलाम शहर समुद्र तल से 480 मीटर ऊपर है. यह जिले का प्रशासनिक मुख्यालय भी है, जिसे आजादी के बाद बनाया गया था . इसका क्षेत्रफल 4,861 वर्ग किलोमीटर है). रतलाम जिले में 8 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हैं
2011 जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक रतलाम की जनसंख्या 14.55 लाख है और यहां प्रति वर्ग किलोमीटर 299 लोग रहते हैं . यहां का लिंग अनुपात 971 है. इसकी 66.78 फीसदी जनसंख्या साक्षर है .
रतलाम ब्रिटिश राज के दौरान मध्य भारत की मालवा एजेंसी का हिस्सा था. उस वक्त रतलाम मूल रूप से एक विशाल राज्य था. तत्कालीन शासक रतन सिंह ने धर्मतपुर की लड़ाई में औरंगजेब का विरोध में युद्ध किया और मारा गया. तब राज्य को कम कर दिया गया और महाराजा की उपाधि अंततः छीन ली गई. बाद में महाराजा सज्जन सिंह के शासन के दौरान अंग्रेजों द्वारा इस उपाधि को बहाल कर दिया गया था. 5 जनवरी 1819 को रतलाम राज्य एक ब्रिटिश संरक्षक बन गया (Ratlam History).
रतलाम मध्य भारत में स्थापित पहले वाणिज्यिक शहरों में से एक था. 1872 में खंडवा के लिए राजपूताना राज्य रेलवे के बनने से पहले यह एक व्यापार केंद्र शहर था. इस शहर में जल्दी ही अफीम, तंबाकू और नमक का व्यापार चरम पर होने लगा और साथ ही, “सट्टास” नाम के अपने सौदे के लिए जाना जाने लगा
यह शहर भोजन के अपने प्यार के लिए भी जाना जाता है. विशेष रूप से यहां का नमकीन नाश्ता ‘रतलामी सेव’ विश्व स्तर पर लोकप्रिय है . रतलाम की शुद्ध सोने के आभूषण और साड़ी बाजार, पूरे भारत में प्रसिद्ध है