झाबुआ

सेवानिवृत्त कर्मचारी जीके शर्मा की पोस्ट ऑफिस रायपुरिया से पास-बुक लौटाने हेतु सांसद गुमानसिंह डामोर ने लिखा डाक अधीक्षक रतलाम को पत्र, दोषी अधिकारी-कर्मचारी पर कार्रवाई हेतु भी कहा…………………

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झाबुआ से दौलत गोलानी की रिपोर्ट…….
झाबुआ। स्थानीय गोपाल कॉलोनी निवासी सेवानिवृत्त अधिकारी-कर्मचारी पेंशनर महासंघ के जिलाध्यक्ष एवं वरिष्ठ नागरिक परिसंघ के संभागीय संयोजक गोपाल कृष्ण शर्मा वर्ष 1977 से अपनी बचत पास-बुक पोस्ट ऑफिस रायपुरिया में जमा करवाने के बाद अब तक ना पास बुक मिलने और ना ही जमा राशि मिलने से बेहद परेशान है। उनके जीवित होने के बाद भी पोस्ट ऑफिस के रेकार्ड में पिछले 42 वर्षों से मृत बताकर पास बुक सहित जमा राशि तत्कालीन पदस्थ पोस्ट मास्टर एवं कर्मचारियों द्वारा हड़प लेने का आरोप सेवानिवृत्त जीके शर्मा ने लगाया है। वहीं इस संबंध में श्री शर्मा ने क्षेत्रीय सांसद गुमानसिंह डामोर से गुहार लगाकर न्याय की मांग करने पर सांसद श्री डामोर ने डाक अधीक्षक रतलाम को पत्र लिखकर बचत पास-बुक जमाकर्ता को लोटाने के साथ संपूर्ण राशि का भुगतान करने और इस मामले में दोषी अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई हेतु अधीक्षक को कहा है।
पूरे मामले की जानकारी देते हुए गोपालकृष्ण शर्मा ने बताया कि वर्ष 1977 में जब वे शासकीय हाईस्कूल कालापीपल तहसील झाबुआ में सहायक शिक्षक के पद पर पदस्थ थे, तो उन्होंने अपनी बचत पास बुक रायपुरिया पोस्ट ऑफिस में जमा करवाई थी। इसी बीच जब वे पास बुक और जमा राशि लेने के लिए पोस्ट ऑफिस रायपुरिया के तत्कालीन पोस्टमास्टर से मिले और पदस्थ कर्मचारियों से चर्चा की तो उन्हें यह कहकर पास बुक देने से इंकार कर दिया गया कि पोस्ट ऑफिस के रेकार्ड में उनकी मृत्यु हो चुकी है, जबकि वह जीवित उनके सामने खड़े हुए थे। बावजूद उन्हें मृत बताकर वर्षों तक गुमराह रखा गया। श्री शर्मा ने बताया कि इस बीच वे कई बार पोस्ट ऑफिस जमा राशि लेने हेतु गए, लेकिन कोई संतोषपद्र जवाब नहीं दिया गया।
तत्कालीन पोस्ट मास्टर और कर्मचारियों ने गबन कर ली राशि
उनका सीधा आरोप है कि तत्कालीन पोस्टर मास्टर और कर्मचारियों ने मिलकर उनकी पास बुक में जमा राशि का गबन कर लिया और अब वे देने से इंकार से कर रहे है। उक्त घटनाक्रम को आज 42 वर्ष हो चुके है, लेकिन बावजूद उनके उनकी पास अब तक नहीं लौटाना पोस्ट ऑफिस के अधिकारी-कर्मचारियों की कार्यप्रणाली को संदेह के घेर में डालता है एवं यह पूरा मामला गंभीर होकर जांच का विषय है, क्योकि श्री शर्मा के अनुसार उस समय पास बुक जमा करने पर एक महीने के 60 रू. वर्ष 1977 के समयानुसार मिलते थे, जो आज बढ़कर यह राशि मय ब्याज के हजारों रूपए में होती है, तो आखिकार पोस्ट ऑफिस रायपुरिया प्रबंधन उन्हें उनकी पास बुक और जमा संपूर्ण राशि मय ब्जाय के अब तक क्यो नहीं लौटा रहा है, पास बुक जमा करने की उनके पास रशीद भी उपलब्ध है।
वर्तमान पोस्टर मास्टर और डाक अधीक्षक भी मौन
उधर इस संपूर्ण मामले में रायपुरिया पोस्ट ऑफिस के वर्तमान पोस्टर मास्टर और अधीक्षक प्रधान डाकघर झाबुआ भी श्री शर्मा के साथ मीडिया को इसका प्रतिउत्तर देने में समक्ष साबित नहीं हो रहे है और उनके द्वारा एक ही बात कहीं जा रहीं है कि मामला काफी पुराना होने से उन्हें इसकी जानकारी नहीं है वहीं कहा जा रहा है कि यदि डाक अधीक्षक रतलाम से उन्हें इस मामले में जांच के लिए पत्र प्राप्त होता है, तो वह जांच कर पता लगाएंगे।
सांसद ने लिखा डाक अधीक्षक रतलाम को पत्र
अंतत परेशान होकर जीके शर्मा ने रतलाम-झाबुआ-आलीराजपुर सांसद गुमानसिंह डामोर से मिलकर इस मामले में न्याय की मांग की है। बाद सांसद श्री डामोर ने डाक अधीक्षक रतलाम को अपने निज सचिव के माध्यम से पत्र भिजवाकर संपूर्ण मामले का ब्यौरा प्रस्तुत कर अतिशीघ्र इस संबंध में डाक अधीक्षक रतलाम से कार्रवाई कर पोस्ट ऑफिस रायपुरिया से जीके शर्मा की पास बुक और अब तक की संपूर्ण राशि मय ब्याज के उन्हें लौटाने हेतु निर्देशित किया है। साथ ही इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी कहा गया है।
जवाबदारों का कहना
– मुझे इस संबंध में फिलहाल ना तो अधीक्षक, प्रधान डाकघर झाबुआ या डाक अधीक्षक रतलाम से कोई जांच हेतु कहा गया है या निर्देात किया गया है। निर्दे प्राप्त होने पर जांच की जाएगी।
अनिल धानक, पोस्टमास्टर, पोस्ट ऑफिस रायपुरिया।
– मुझे इस संबंध में जांच हेतु अभी तक डाक अधीक्षक रतलाम से कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। पत्र आने पर इस मामले में जांच करवाई जाएगी।
मुकेश लाड़ अधीक्षक, प्रधान डाकघर झाबुआ।

फोटो 006 -ः गोपाल कृष्ण शर्मा, पिछले 42 वर्षों से पास बुक और राशि पाने के लिए भटक रहे है।

फोटो 007 -ः सासंद गुमानसिंह डामोर ने अधीक्षक, डाक-घर रतलाम को लिखा पत्र।

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