कलेक्टर सूर्यवंशी ने कहा कि परीक्षाओं को देखते हुए मार्च, अप्रैल, मई में ध्वनि विस्तार यंत्रों पर अंकुश जरूरी है, क्योंकि इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। रात 10 बजे बाद किसी भी स्थिति में ध्वनी विस्तार यंत्रों का उपयोग नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वह आने वाले त्यौहार पर कानून व्यवस्था और शांति बनाए रखने में प्रशासन को सहयोग करें।कलेक्टर ने प्रशासनिक उपलब्धियों का भी इस अवसर पर जिक्र किया और बताया कि शासन की विभिन्न योजनाओं में रतलाम जिला अग्रणी रहा है। 15 विभागों में तो विशिष्ट स्थान प्राप्त किया है, यह सभी के सहयोग से संभव हुआ है। उन्होंने इस अवसर पर उन अधिकारियों की सराहना भी की जिन्होंने शासकीय योजनाओं की सफलता में उल्लेखनीय कार्य किया, उसमें जिला पंचायत की कार्यपालन अधिकारी जमुना भिड़े, जिला आपूर्ति अधिकारी श्री एस.एच. चौधरी, पीडब्ल्यूडी कार्यपालन यंत्री श्री अनुरागसिंह भी शामिल है।पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने कहा कि अपराधिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। जिन लोगों की जिलाबदर की कार्रवाई लंबित है उनके आदेश भी शीघ्र दिए जा रहे है। सभी थाना क्षेत्रों में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर हो, गुण्डा तत्व त्यौहार के दिनों में अशांति न फैलाए इस पर भी पुलिस की निगरानी कड़ी रहेगी। उन्होंने कहा कि जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं है, वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। भले ही वह अस्थाई रुप से त्यौहार के दिनों में लगाए, ताकि गड़बड़ करने वालों पर नियंत्रण रखा जा सके, आयोजन समिति इस पर गोर करें।एसपी तिवारी ने कहा कि सौश्यल मीडिया पर इन दिनों भ्रमित करने वाली खबरें काफी आ रही है इससे सामाजिक ताना-बाना प्रभावित होता है। प्रशासन तो सौश्यल मीडिया को नियंत्रित करने के लिए प्रयासरत है ही, लेकिन सामाजिक स्तर पर भी नागरिकों का सहयोग अपेक्षित है। उज्जैन और भोपाल से भी सौश्यल मीडिया की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही है। कानून के तहत कार्रवाई भी हो रही है इसके लिए धारा 144 भी प्रभावशील है।