शिव महापुराण का आयोजन: मनुष्य के जीवन में सत्संग की जरूरत है : कश्यप मनुष्य के जीवन में सत्संग की जरूरत है : कश्यप
मनुष्य के जीवन में सत्संग की अत्यंत आवश्यकता है। सत्संग बिना मनुष्य बहुत अधूरा है। भगवान भी अवतार लेकर आए तो वे भी गुरु वशिष्ठ, गुरु सांदीपनि की शरण गए और गुरु सेवा आश्रम सेवा करते हुए गुरु जी के साथ सत्संग लाभ लेते हैं।
उसी का यह प्रभाव है कि सम्पूर्ण संसार भगवान को कृष्णम् वंदे जगतगुरु कहता है यदि मानव भी गुरु के सान्निध्य में सत्संग का लाभ लेता रहे तो वह भी संसार में पूजनीय हो सकता है। यह बात टेकेश्वर महादेव के परिसर में शिव महापुराण के दूसरे दिन शिव महापुराण कथा में आचार्य पंडित देव कश्यप ने कही
पोथी की आरती यजमान मांगीलाल ममता बहादर, माता सोहन बाई बहादर ने सपरिवार की। शिव महापुराण कथा में नानूराम पांचाल, तेज कुमार सोलंकी, प्रवीण वाघेला, विक्की राठौड़, मोहित बंजारा, पवन धाकड़, तेज कुमार प्रजापत आदि मौजूद रहे।