झाबुआ

सरकार के वचन-पत्र में नाकामी को लेकर भाजयुमो ने राजवाड़ा पर किया धरना प्रदर्शन………

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झाबुआ से दौलत गोलानी की रिपोर्ट…………
रैली निकालने को लेकर पुलिस अधिकारियों और भाजयुमो पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं के बीच हुई तीखी नौकझोक और गहमागहमी, प्रशासन ने जप्त किया पुतला…..
झाबुआ। मप्र में सरकार में आने से पूर्व कांग्रेस पार्टी द्वारा अपने वचन-पत्र में किए गए वादाे को नहीं निभाएं जाने के चलते भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा प्रदेश स्तरीय आव्हान पर जिला मुख्यालय झाबुआ पर भी भाजयुमो के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने शहर के मध्य राजवाड़ा पर विरोध प्रदर्शन किया। जिसमें पहले धरना दिया गया। बाद में जब भाजपा और भाजयुमो पदाधिकारियों ने रैली निकालने के प्रयास किए गए तो पहले से ही पुलिस छावनी में तब्दील हुए राजवाड़ा पर पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों ने रैली निकालने से भाजयुमो और भाजपा पदाधिकारियों को रोका, इसको लेकर पदाधिकारी और पुलिस अधिकारियों के बीच आपस में बहस के साथ तीखी नौक-झौक भी हुई। कुछ देर के लिए गहमागहमी भरा माहौल निर्मित हो गया।
दरअसल भाजयुमो के प्रदेश स्तरीय आव्हान पर पूरे मप्र में उक्त विरोध प्रर्दान किया जाना एक दिन पूर्व ही तय किया गया था। जिसमें हर जिले में धरना-प्रर्दशन कर प्रदेश के मुख्यमंत्री की अर्थी रैली निकालकर पुतला दहन करने का कार्यक्रम तय किया गया, लेकिन सरकार की ओर से जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को उक्त विरोध प्रर्दशन, रैली एवं पुतला दहन रोकने के निर्देश प्राप्त हुए। इसी क्रम में जिला मुख्यालय झाबुआ पर भी जब भाजयुमो जिलाध्यक्ष भानु भूरिया के साथ भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा, जिला उपाध्यक्ष अजय पोरवाल, वरिष्ठ भाजपा नेता कल्याणसिंह डामोर, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष दीपेश सकलेचा आदि के नेतृत्व में 27 जुलाई, शनिवार को दोपहर करीब 12.30 बजे से राजवाड़ा पर जब धरना प्रर्दशन कार्यक्रम रखा गया, तो सूचना मिलते ही वहां जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम एवं तहसीलदार बीएस भिलाला के साथ पुलिस प्रशासन की ओर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय डावर, रक्षित निरीक्षक चेतनसिंह बघेल, थाना प्रभारी झाबुआ ने पूरे दल-बल के साथ तैनात होते हुए पूरे राजवाड़ा परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। पुलिस वाहन भी खड़े कर दिए गए।
1572 जोड़ों को नहीं मिली राशि………
इस दौरान धरना प्रर्दशन को संबोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि मप्र में कांग्रेस ने सरकार में आने से पूर्व युवाओं को रोजगार भत्ता देने का वादा किया था, जो आज खोखला साबित हो रहा है। इसके साथ ही मप्र में सभी किसानों का कर्जा अब तक माफ नहीं हुआ है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री कमलनाथ जिला मुख्यालय झाबुआ पर सामूहिक कन्या विवाह समारोह में शामिल हुए थे, जिसमें कुल 1572 जोड़ों का विवाह हुआ था, इन जोड़ों को अब तक इनके खातों में सहायता राशि जमा नहीं हुई है। यहां तक की विवाह समारोह में लगे टेंट वालों तक का अभी तक भुगतान नहीं हुआ है।
कांग्रेस पार्टी द्वारा वचन-पत्र में किए वादे पूरे नहीं करना प्रदेश की जनता के साथ खिलवाड़ है |
भाजयुमो जिलाध्यक्ष भानु भूरिया ने कहा कि प्रदेश भाजयुमो संगठन के निर्देश पर आज हम हमारे हक की लड़ाई लड़ रहे है। कांग्रेस पार्टी ने सरकार में आने से पूर्व जो वचन और वादे किए, उसे आज तक पूरा नहीं किया गया है, यह प्रदेश की जनता के साथ खिलवाड़ एवं धोखाधड़ी है। मप्र सरकार प्रशासन और पुलिस का उपयोग कर हमारी बातों का दबाने का प्रयास कर रहीं है, लेकिन हम किसी के दबाव में नहीं आएंगे। प्रदेशवासियों की मांगों को गांव-गांव, फलिये-फलिये, मजरे-मजरे तक बुलंद किया जाएगा। साथ ही आंदोलन जारी रखा जाएगा। इस अवरस पर वरिष्ठ भाजपा नेता कल्याणसिंह डामोर, भाजपा जिला उपाध्यक्ष अजय पोरवाल, आदि ने भी संबोधित करते हुए मप्र सरकार को आड़े हाथों लिया। धरना प्रर्दशन का संचालन भाजयुमो के जिला महामंत्री संजय भाबर ने किया।
रैली निकालने पर पुलिस प्रशासन ने बरती सख्ती, झुमाझटकी एवं गहमागहमी हुई
बाद जब भाजयुमो और भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता रैली के रूप में जाने लगे, तो वहां मौजूद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री डावर, थाना प्रभारी झाबुआ ने सभी को रोकने का प्रयास किया। इस दौरान एएसपी श्री डावर ने पदाधिकारियों से कहा कि आपको रैली निकालने की अनुमति नहीं है, इस पर भाजपा जिलाध्यक्ष श्री शर्मा एवं भाजयुमो जिलाध्यक्ष श्री भूरिया ने कहा कि हम रैली नहीं निकाल रहे है, हम तो सिर्फ पैदल बस स्टेंड तक जा रहे है। इस पर पुलिस से बहस करते हुए सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए आगे बढ़े और थोक उपभोक्ता भंडार तक पैदल ही जाने पर फिर पुलिस प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए यहां सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं को रोक दिया। इस दौरान कुछ देर के लिए पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ संगठन के पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं की नौक झोकी भी हुई। माहौल गहमागहमी भरा हो गया। बाद आंदोलनरत पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता वापस लौटते हुए राजवाड़ा पर आ गए।
भाजयुमो जिलाध्यक्ष को गिरफतार करने के किए प्रयास
इसी बीच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री डावर ने भाजयुमो जिलाध्यक्ष श्री भूरिया को गिरफतार कर पुलिस वाहन से ले जाने के भी प्रयास किए, लेकिन इसमें पुलिस असफल रहीं, वहीं इससे पूर्व जब भाजयुमो को अर्थी यात्रा निकालकर पुतला दहन करना था, वह पुलिस प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए पहले ही अपनी जप्ती में ले लिया और उसे वाहन से दूसरी जगह भिजवा दिया। अंत में प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने के बाद सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता अपने-अपने गंतव्य स्थल के लिए रवाना हुए। संपूर्ण विरोध प्रर्दशन के दौरान भाजयुमो से मांगीलाल भूरिया, कुलदीप चौहान, भाजपा नगर मंडल से भूपेश सिंगोड़, हेमेन्द्र नाना राठौर, वरिष्ठ भाजपा पदाधिकारी श्यामा ताहेड़ सहित बड़ी संख्या में भाजयुमो के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।

फोटो 001 -ः भाजपा और भायजुमो द्वारा मिलकर राजवाड़ा पर किया गया धरना-प्रर्दान।

फोटो 002 -ः पुलिस छावनी में तब्दील हुआ राजवाड़ा।

फोटो 003 -ः संगठन के पदाधिकारियों से चर्चा करते अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री डावर।

फोटो 004 :- रैली निकालने पर संगठन के पदाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों के बीच हुई जमकर बहसबाजी एवं झूमाझटकी।

फोटो 004 -ः एएसपी श्री डावर द्वारा भायजुमो जिलाध्यक्ष श्री भूरिया को गिरफतार करने के किए प्रयास।

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